हरदोई। बेसिक शिक्षाधिकारी पर लगे अवैध वसूली के आरोपों और अन्य विभागीय व्यवस्था पर लगे 19 बिंदुओं की जांच दो सदस्यीय टीम करेगी जांच शुरू होने की सूचना से विभाग में खलबली मची हुई है। चर्चा है कि बीएसए पर लगे रोग रंगीन है, इस बजह से उन्हें शुक्रवार को अचानक हटाकर निदेशालय से संबद्ध कर दिया गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग में अधिकारियों की मनमानी सहित विभिन्न अनियमितता के संबंध में लोकायुक्त से अगस्त माह में सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष नगर निवासी अतुल कुमार सिंह ने शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी व पटल सहायकों पर गंभीर अनियमितता के आरोप लगाए गए थे।
इनमें खेल सामग्री क्रय करने में गोलमाल करने, अग्निशमन यंत्रों की रिफलिंग में मनमानी वर्ष 2010 से वर्ष 2013 के बीच कराए गए निर्माण में अनियमितता, शिक्षक की शिकायत आने पर दो बीईओ द्वारा आर्थिक दोहन कराने, शिक्षकों के वेतन काटने और बहाली में अवैध वसूली करने के आरोप लगाए गए थे।
इसके अलावा दिव्यांग शिक्षकों के प्रमाण पत्र में जांच में हेरफेर करने, पाठयपुस्तक के विद्यालयों तक पहुंचाने में भाड़े में हेराफेरी करने, बीईओ के गैर जनपद स्थानांतरण के समय कार्यमुक्त करने पर अवैध वसूली करने पर शिक्षिकाओं के अवकाश के नाम पर आर्थिक वसूली करने, नानक ज झाला विद्यालय को कुछ भूमि को बेचने सहित विभिन्न आरोप लगाए गए थे। इस संबंध में बीएसए से कई बार जानकारी मांगी गई थी, लेकिन उन्होंने जानकारी मुहैया नहीं कराई। चर्चा है कि इस वजह से ही बीएसए को यहां से हटाकर निदेशालय से संबद्ध किया गया है। इसके साथ ही महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने अपर शिक्षा निदेशक स्तर के दो अधिकारियों को मामले की जांच सौंपी है।