प्रयागराज। मतदान से ठीक एक दिन पहले प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप पर फर्जी मैसेज भेजने के मामले में व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में नोटिस तामील कराकर उन्हें छोड़ दिया गया। उधर मैसेज पोस्ट करने वाले नेता की तलाश की जा रही है।
मंत्री ने 24 मई की इस मामले में कोतवाली थाने में व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन प्रमोद बाबू व मैसेज पोस्ट करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। कोतवाली पुलिस ने रविवार को ग्रुप एडमिन को पूछताछ के लिए थाने पर लेकर आई और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सात साल से कम की सजा से संबंधित धारा की एफआईआर होने के चलते उन्हें नोटिस तामील कराकर छोड़ दिया गया। डीसीपी नगर दीपक भूकर ने बताया कि मैसेज पोस्ट करने वाले का पता चल गया है। वह एक राजनीतिक दल से जुड़ा है। उसकी तलाश की जा रही है।
इससे खलबली मची है।
नोटिस तामील कराकर छोड़ा गया, मैसेज पोस्ट करने वाले की तलाश
यह है पूरा मामला मंत्री की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया है कि व्हाट्सएप पर शंकरगढ़, नारी-बारी चाकघाट न्यूज शीर्षक से एक ग्रुप संचालित हैं। 24 मई की शाम उक्त ग्रुप में प्रसारित किया गया एक मैसेज मेरे संज्ञान में आया। इस मैसेज में मेरी एवं मेरी पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी (पूर्व महापौर, प्रयागराज) की राजनीतिक उपेक्षा किए जाने की बात कहकर वोट के माध्यम से जवाब देने की बात कही गई। यह उनकी राजनीतिक छवि को आघात पहुंचाने का गंभीर साजिश है। पुलिस ने इसी तहरीर के आधार पर मुकदमा
दर्ज किया है।