खुर्जा (बुलंदशहर)। कोतवाली पुलिस ने बृहस्पतिवार को फर्जी दस्तावेज की मदद से गृह विज्ञान की शिक्षिका बनी मैनपुरी निवासी आठवीं पास महिला को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिला ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने एक दोस्त पुष्पेंद्र की मदद से फर्जी दस्तावेज तैयार कराए थे। इसके लिए पुष्पेंद्र को करीब एक लाख रुपये दिए थे। पुलिस के अनुसार पुष्पेंद्र के शिक्षा विभाग में बाबुओं से अच्छे संबंध हैं।
खुर्जा कोतवाल ने बताया कि 28 जुलाई 2020 को थाने में धोखधड़ी, फर्जी दस्तावेज से नौकरी पाने और गुमराह रखने के आरोप में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। इसमें तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी हरि किशोर सिंह द्वारा शिकायत के अनुसार खुर्जा के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में गृह विज्ञान की शिक्षिका अंजली सिंह संविदा पर नौकरी कर रही थी। जिनका विभाग की ओर से मानदेय मिल रहा है।
शिक्षा विभाग को शिकायत प्राप्त हुई कि अंजली सिंह स्कूल में नहीं आती हैं और वह फर्जी दस्तावेज लगाकर भर्ती हुई हैं। इसमें विभाग की टीम द्वारा जांच की गई। उनके द्वारा जमा स्कूल प्रमाण पत्र में अंकित स्कूल महीपाल शास्त्री इंटर कॉलेज, बबाना, फर्रुखाबाद टीम गई और जांच पड़ताल की। जहां सामने आया कि दस्तावेज में अंकित पिता का नाम, पता, जाति और स्कूल में जमा दस्तावेज भिन्न थे। थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस चेकिंग के दौरान बृहस्पतिवार को आरोपी महिला को गिरफ्तार किया गया, जिसकी शिनाख्त शीला निवासी नगला धन्ना किसनी, मैनपुरी के रूप में हुई।
पूछताछ में बताया कि शीला ने अपने गांव निवासी पुष्पेंद्र से संपर्क किया, जो उसका दोस्त था। पुष्पेंद्र का शिक्षा विभाग में बाबूओं से अच्छा संपर्क था। इसके लिए वह नौकरी लगवाने के लिए लोगों से रुपये लेता था। शीला ने पुष्पेंद्र की मदद से ही अपने फर्जी दस्तावेज तैयार कराए थे, उसको एक लाख रुपये भी दिए थे। इसके बाद पुष्पेंद्र ने ही शिक्षा विभाग और ऑनलाइन आवेदन के दौरान दस्तावेज अपलोड कराए थे। वहीं पुलिस आरोपी पुष्पेंद्र की तलाश कर रही है।
सीओ खुर्जा दिलीप सिंह ने बताय कि शिकायत के आधार पर अंजलि सिंह के नाम पर नौकरी करने वाली शीला को गिरफ्तार किया गया है। विवेचना में पुष्पेंद्र का नाम शामिल किया गया है, जिसको जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।