एक दिन स्कूल जाकर भरते थे सप्ताहभर की हाजिरी, शिक्षक व इंचार्ज अध्यापक निलंबित

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अमरोहा। एक दिन स्कूल पहुंचकर सप्ताह भर की हाजिरी लगाने वाले व्यायाम शिक्षक व इंचार्ज अध्यापक संविलियन विद्यालय महमूदपुर बंगर को बीएसए ने निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ हुई अनियमितता व आचरण संबंधित शिकायतों के बाद डीआईओएस की जांच जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है। बीएसए गीता वर्मा ने बताया कि विकास खंड हसनपुर के संविलियन विद्यालय महमूदपुर बंगर में अनिल कुमार इंचार्ज अध्यापक हैं। वह जिला व्यायाम शिक्षक भी हैं। कुछ दिन पहले उनके खिलाफ अनियमितता व गलत आचरण संबंधित शिकायत डीएम से की गई थी। जिसके आधार पर जिला विद्यालय निरीक्षक विष्णु प्रताप के द्वारा जांच कराई गई। डीआईओएस के द्वारा स्टॉप उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया। इस दौरान सामने आया कि

शिक्षक अनिल कुमार इंचार्ज अध्यापक के रूप में 16 जनवरी से पंजिका पर हस्ताक्षर कर रहे है। निरीक्षण वाले दिन में उनके हस्ताक्षर थे, लेकिन वह स्कूल में नहीं थे। सहायक अध्यापक से जानकारी करने पता चला कि वह हस्ताक्षर करके नीलामी में बीआरसी करनपुर गए हैं। जिसके कुछ समय बाद विद्यालय आ गए थे। शिक्षक अनिल कुमार द्वारा बताया कि वह एडी बेसिक मुरादाबाद गए थे। जबकि उनक द्वारा मुरादाबाद जाने का कोई आदेश/साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया गया। विद्यालय में कार्यरत स्वाति गुप्ता सीसीएल पर चल रही है। निरीक्षण के समय कक्षा 7 में 1 शिक्षिका अध्यापन करा रही थीं। पूछने पर उन्होंने अपना नाम निशा बताया। जानकारी करने पर पता चला कि शिक्षक अनिल कुमार ने चार-पांच दिन से उन्हें पढ़ाने के लिए रखा था। डीआईओएस ने ग्राम प्रधान प्रवेश देवी से फोन पर बात की तो पता चला कि अनिल कुमार हफ्ते में एक दिन स्कूल आकर उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर कर चले जाते हैं। जांच पूरी करने के बाद डीआईओएस ने अपनी रिपोर्ट डीएम बीके त्रिपाठी व बीएसए के सौंपी। बीएसए ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला व्यायाम शिक्षक एवं इंचार्ज अध्यापक संविलियन विद्यालय महमूदपुर बगर अनलि कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए एबीएसए गजरौला मोहम्मद राशिद को नामित किया है। उन्हें पंद्रह दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी।

स्कूल में न जाकर हाजिरी लगाने वाले आरोप निराधार हैं। मेरे द्वारा स्कूल में लड़की को वॉलिंटियर के रूप में पढ़ाने के लिए रखा गया है, ये शासन के निर्देशों में शामिल है। वह लड़की अपनी स्वेच्छा से निशुल्क पढ़ा रही है। शिक्षक के कार्य का आईना उनके बच्चे होते हैं, हम कितने गलत हैं या बच्चों को नहीं पढ़ाते ये तो बच्चे ही बताएंगे।-अनिल कुमार, निलंबित जिला व्यायाम शिक्षक, इंचार्ज अध्यापक संविलियन विद्यालय महमूदपुर बंगर