परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का वेतन बैंक खाते में होली पर भी नहीं आया। इसके पीछे आयकर गणना प्रपत्र वित्त एवं लेखा कार्यालय में प्रस्तुत न होना है। जबकि वित्त एवं लेखाधिकारी ने सभी बीआरसी को पत्र जारी कर समय से आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था।
जनपद में परिषदीय 2262 स्कूल संचालित है। इनमें पढ़ाई के लिए 6203 शिक्षकों की तैनाती है। विभाग की ओर से सभी को प्रत्येक माह की 10 तारीख तक वेतन मिल जाता है। पर इस बार मार्च में भी फरवरी का वेतन भुगतान अब नहीं हो पाया है। इसके पीछे आयकर कटौती का न होना है। वेतन न मिलने से जहां शिक्षकों की होली फीकी रही वहीं तमाम शिक्षक बैंकों से लिए गए कर्ज की किस्त का भुगतान नहीं कर पाए। जीवन बीमा, आयकर बचत, घर खर्च और दवाई तक के इंतजाम के लिए सभी परेशान हैं। बीएसए ने बताया कि वेतन भुगतान के लिए आवश्यक प्रपत्र जल्द ही वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करा दिया जाएगा।
सिर्फ मिळवल ने भेजा है कागजः वेतन भुगतान के लिए आवश्यक आयकर गणना प्रपत्र सिर्फ मिठवल ब्लाक क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों का वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय को प्राप्त हुआ है। जबकि खुनियाव, बांसी, लौटन, बर्डपुर, शोहरतगढ़ आदि ब्लाकों से यह दस्तावेज अभी तक कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है।