बागपत। शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से समाज कल्याण विभाग के चार प्राइमरी विद्यालयों में से दो विद्यालयों पर ताला लटक गया है। विभाग की ओर से इनमें पढ़ने वाले छात्रों का पंजीकरण परिषदीय विद्यालयों में कराया गया है। विभाग की ओर से स्कूल शुरू करने के लिए बिना वेतन के शिक्षकों की तलाश की जा रही है।
जिले में समाज कल्याण विभाग की ओर से चार विद्यालयों का संचालन किया जा रहा था। इन विद्यालयों का संचालन प्रबंध समिति करती है, जबकि शिक्षकों की तैनाती समाज कल्याण विभाग की ओर से की जाती है। विभाग के किरठल गांव के श्री रविदास प्राइमरी पाठशाला में तैनात शिक्षक वर्ष 2019 में सेवानिवृत्त हो गए थे, इसके बाद वहां किसी भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई। उधर छपरौली के जगजीवन राम वैदिक प्राइमरी पाठशाला में तैनात शिक्षक 2020 में सेवानिवृत्त हो गए थे। जहां पंजीकृत छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के लिए बड़ौत के रविदास वैदिक पाठशाला में तैनात शिक्षक को नए शिक्षक की तैनाती होने तक संबद्ध कर दिया था। शासन ने समाज कल्याण विभाग में शिक्षकों की तैनाती पर रोक लगा दी। शिक्षकों की कमी के कारण दोनों विद्यालयों पर ताला लटक गया है। अब विभाग की ओर से दोनों विद्यालयों को शुरू कराने के लिए गैर वैतनिक शिक्षकों की तलाश की जा रही है।
शासन ने स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती पर रोक लगा रखी है। शिक्षकों की कमी के कारण किरठल और छपरौली के स्कूल बंद हो गए है। शिक्षकों की तैनाती नहीं होने के कारण वहां पढ़ने वाले बच्चों का पंजीकरण बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कराया जा रहा है। विभाग की ओर से बिना वेतन लिए बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक की तलाश की जा रही है। – रचना शर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी