👆 *क्या भारांक का कोई भी व्यक्ति अंतर्जनपदीय स्थानांतरण हेतु अनुचित फायदा ना उठा पाए इसके लिए कोई कारगर उपाय किसी भी जिले के बेसिक शिक्षा विभाग व अधिकारियों ने किए हैं* आखिरकार दिव्यांग असाध्य रोगियों के द्वारा लगाए गए प्रमाण पत्रों की वैधता कैसे जांची जाएगी। क्या यह सभी प्रमाण पत्र ऑनलाइन जाचे जा सकते हैं। यदि नहीं तो ऐसे सभी आवेदन निरस्त क्यों नहीं जिन की वैधता ऑनलाइन प्रमाणित ना की जा सकती हो क्योंकि यदि भौतिक तौर पर ऐसे सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जाएगा तो महीनों लग जाएंगे। इसलिए पारदर्शी जांच प्रक्रिया असाध्य रोगी वह दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर प्राप्त किए जाने वाले अतिरिक्त वेटेज की जांच हेतु अपनाई जाए,साथ ही इस बात पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए असाध्य रोगी व्यक्ति ने अपने सर्विस पीरियड में कितने का इलाज हेतु आकस्मिक अवकाश चिकित्सीय अवकाश सीसीएल आदि हेतु आवेदन किया और छुट्टियां ली।✍️
सभी शिक्षक अपने अपने जिला बेसिक अधिकारी वी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय जन सूचना अधिकार के अंतर्गत अधिक से अधिक जानकारी प्रमाणित प्रतियों में संबंधित असाध्य रोगी दिव्यांग या अन्य भारांक प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के संबंध में प्राप्त करें और उसी के आधार पर गठित जांच बोर्ड व उच्च अधिकारियों के समक्ष उन्हें प्रशासनिक व न्यायिक तौर पर तत्काल चैलेंज करें।।✍️