प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में बीते 22 वर्षों से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। इस समय लगभग 50 वर्ष की उम्र कर चुके हैं, पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। महंगाई में परिवार की देखभाल करना मुश्किल हो रहा है।
सभी को दस हजार रुपये मानदेय 11 माह तक दिया जाता है। संघ मांग करता है कि मुख्यमंत्री हमारी समस्याओं को देखते हुए शिक्षा मित्रों को नियमावली में संशोधन करके पुनः समायोजित व नियमित किया जाए। नई शिक्षा नीति में शिक्षा मित्रों को भी सम्मिलित करते हुए उनका भविष्य सुरक्षित किया जाए। नियमितीकरण व समायोजन प्रक्रिया पूर्ण होने तक प्रदेश के शिक्षा मित्रों को 62 वर्ष तक
जीवनयापन लायक वेतन दिया जाए। मृतक शिक्षा मित्रों के परिजनों को अहेतुक सहायता राशि व उनके आश्रितों को नियुक्ति दी जाए। शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर नियमित किया जाए। भविष्य की सुरक्षा को देखते हुए सितंबर में लखनऊ में शिक्षा मित्र सम्मान में धरना-प्रदर्शन के लिए विवश होगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष संदीप कुमार यादव, संदीप कुमार, छोटेलाल गौतम, योगेश कुमार, सभाजीत, अनिल कुमार आदि मौजूद रहे। संवाद