प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत संघटक कालेजों में अध्ययनरत स्नातक द्वितीय वर्ष के करीब 18500 विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में प्रोन्नत कर दिया गया है। साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष के करीब 18 हजार विद्यार्थियों की परीक्षाएं अब आनलाइन मोड में आयोजित कराई जाएंगी। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने परिसर में छात्रों के हंगामे और डीएम संजय खत्री तथा एसएसपी अजय कुमार के हस्तक्षेप के बाद यह निर्णय लिया। कुलपति की अध्यक्षता में 11 फरवरी को परीक्षा समिति की बैठक में 22 अप्रैल से स्नातक द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं आफलाइन मोड में कराने का निर्णय लिया था। इसके विरोध में छात्रों ने 14 फरवरी से परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। तब इवि ने उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर छात्रों के प्रतिनिधमंडल से वार्ता की लेकिन कोई हल नहीं निकला। छात्रों ने परिसर में तालाबंदी करने के साथ पुलिस और इवि के प्रशासनिक अफसरों पर पत्थरबाजी की। मामले में कई छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। छह नामजद व 150 अज्ञात के खिलाफ कर्नलगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था। तीन को जेल भी भेजा गया। गुरुवार को उच्चस्तरीय कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए इवि ने आफलाइन मोड में ही परीक्षाओं का निर्णय लिया। इससे नाराज छात्रों ने शुक्रवार को कुलपति कार्यालय पर हंमागा कर दिया। खुद पर केरोसीन उड़ेल कर आत्मदाह का प्रयास किया।
संबंिधत सामग्री 6 कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय प्रशासन की एक बैठक में निर्णय लिया गया कि स्नातक द्वितीय वर्ष के सभी छात्रों को प्रोन्नत किया जाएगा। साथ ही तृतीय वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं आनलाइन मोड में कराई जाएंगी। डा. जया कपूर, पीआरओ
विश्वविद्यालय ने डीएम और एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद पलटा निर्णय पक्ष में फैसला आने के बाद छात्रों ने इवि परिसर में निकाला विजय जुलूस