संभल विकास खंड की ग्राम पंचायत भतावली के परिषदीय स्कूल में गुरुजी मेज पर पैर रखकर गपियाते रहे। बच्चे भी गुरुजी को फोन पर गपियाते देखकर पढ़ने की बजाय खेलने में मस्त हो गए। गुरुजी के गपियाने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते शिक्षक समय से पहले ही स्कूलों से घर लौट रहे हैं।
सरकार बेसिक स्कूलों पर धनराशि खर्च कर मॉडल स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने का प्रयास कर रही है। विभाग के अफसरों की अनदेखी के चलते बेसिक शिक्षा का बुरा हाल है। गांव भतावली के परिषदीय स्कूल में एक कक्ष में दो शिक्षिकाएं बैठकर बातें कर रही थीं जबकि क्लास रूम में मौजूद पांच बच्चे भी खेलने में व्यस्त थे। वहीं स्कूल के दूसरे कमरे में गुरुजी कुर्सी पर बैठे हुए थे और पैर मेज पर रखकर फोन पर गपियाने में व्यस्त थे। ऐसे में वहीं कक्षा में बैठे सात बच्चे खेलने में मस्त थे। चंदावली गांव के परिषदीय स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापिका पूनम, नेहापाल, कुलदीप और अनुराधा दोपहर ढाई बजे स्कूल से नदारद थे। शिक्षामित्र राजेश्वरी भी स्कूल परिसर में खड़ी थीं। कुछ बच्चे एक कमरे में बैठे थे जबकि कुछ मैदान में खेल रहे थे। शिक्षामित्र बच्चों को कमरे में ले जाकर पढ़ाने लगीं। शिक्षामित्र ने बताया कि स्कूल में 29 बच्चे पंजीकृत हैं और पांच शिक्षक बच्चों को पढ़ाते हैं।
यहां भी समय से पहले नदारद थे शिक्षक
संभल। संभल विकास खंड क्षेत्र के गांव भदरौला के सरकारी स्कूल में दोपहर दो बजे शिक्षक दयाराम मौजूद थे। वह स्कूल परिसर में घूम रहे थे जबकि छह बच्चे क्लासरूम में बैठकर खेल रहे थे। स्कूल में तैनात अन्य शिक्षक राजवीर, ऊषा और अनिरुद्ध नदारद थे। अगर विभागीय अफसर इस प्रकार अनदेखी करते रहेंगे, तो कैसे परिषदीय स्कूल मॉडल स्कूल बन पाएंगे।
मेज पर पैर रखकर फोन पर बतियाने वाले शिक्षक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर तीन दिनों में स्पष्टीकरण नहीं दिया, तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। स्कूल से नदारद रहने वाले शिक्षकों की भी जांच कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। – बबीता सिंह, बीईओ संभल।