बेसिक शिक्षा विभाग में कक्षा 1 से 8 तक के पेपर हो जाने के बाद मूल्यांकन पैटर्न में बदलाव कर दिया गया है। सभी पेपर 50 अंकों में लिए गए थे मगर अब मूल्यांकन 100 अंकों में किया जाएगा। नए आदेश से कॉपियों का मूल्यांकन करने वाले शिक्षक पसोपेश में हैं।
परिषदीय स्कूलों में 22 से 26 मार्च तक कक्षा 1 से 8 तक की वार्षिक परीक्षाएं कराई गईं। दो साल बाद परीक्षाएं होने से बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से किसी भी छात्र की कक्षोन्नति न रोकने का आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है। वार्षिक परीक्षाएं पहले 50 अंक में लेने के आदेश के मुताबिक पेपर सेट कराए गए। इनमें भी कक्षा 1 की परीक्षा मौखिक, 2 और 3 की परीक्षा में 70 प्रतिशत मौखिक और 30 प्रतिशत लिखित अंक और कक्षा 3 और 4 में 70 प्रतिशत लिखित और 30 प्रतिशत मौखिक परीक्षा के आधार पर अंक दिए जाने थे। शनिवार को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल की तरफ से आए नए आदेश में पूर्णांक 100 अंक कर दिए गए हैं।
सत्र और अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं न होने से इनके कॉलम खाली छोड़े जाएंगे मगर ग्रेड के आधार पर वार्षिक परीक्षा में इनके अंक भी जुड़ेंगे। सोमवार से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू होगा। 30 मार्च तक रिजल्ट तैयार कर 31 को स्कूलों से इनका वितरण कराना है। मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को सापेक्षता के आधार पर अंक देने के निर्देश दिए गए हैं।