गोंडा। जिले में स्कूल शिक्षा महानिदेशक की सख्ती बेअसर साबित हो रही है। परिषदीय विद्यालयों में दो से 12 मार्च के बीच प्रेरणा एप के माध्यम से अधिकारियों ने विद्यालयों का निरीक्षण किया। इसमें सामने आया कि झंझरी ब्लॉक के भरहापारा और दौलतपुर समेत जिले के पांच विद्यालयों पर ताला लटका मिला। विद्यालयों से 33 शिक्षक व कर्मचारी नदारद रहे। बीएसए प्रेमचंद यादव ने स्पष्टीकरण तलब किया है।
बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग के 2609 परिषदीय विद्यालयों में करीब 3.56 लाख बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए टैबलेट समेत अन्य जरूरी इंतजाम के साथ कड़े दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सालभर में ही परिषदीय विद्यालयों में लगभग 68 हजार विद्यार्थी घट गए। इसके बावजूद शिक्षक व जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं।
सहायक निदेशक (बेसिक शिक्षा) राम सागर पति त्रिपाठी समेत अधिकारियों के निरीक्षण में भरहापारा, दौलतपुर, मुरली देवरिया, चौखड़िया और परवरडीह समेत पांच प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में ताला लटकता मिला है। तरबगंज, नवाबगंज, हलधरमऊ, करनैलगंज, मुहेजना, नवाबगंज और कटरा बाजार समेत अलग-अलग शिक्षा क्षेत्रों में कुल 33 सहायक अध्यापक, अनुदेशक, अनुचर और अनुदेशक गैरहाजिर मिले।
विद्यालयों के शिक्षक रहे गैरहाजिर
अधिकारियों ने बताया कि नौव्वापुरवा, अशोकपुर पश्चिम, तुलसीपुर मांझा, पिपरी, बसंतपुर, चौरी-द्वितीय, परसा महेशी, बटौरा लोहांगी, पुरबिहन टेपरा, भैरमपुर, रायपुर फकीर और ज्ञानपुर खरिहा समेत अन्य विद्यालयों में शिक्षक व हेडमास्टर समेत कर्मचारी गायब मिले हैं।
लापरवाही से बेअसर साबित हो रहा आदेश
जिला स्तरीय अधिकारियों की लापरवाही से स्कूल शिक्षा महानिदेशक का आदेश सख्ती से लागू नहीं हो पा रहा है। इसके चलते विद्यालयों में जिम्मेदारों की मनमानी जारी है। इससे अभिभावकों व विद्यार्थियों का परिषदीय विद्यालयों से मोहभंग हो रहा है।
जवाब मिलने के बाद की जाएगी कार्रवाई
बीएसए प्रेमचंद यादव के अनुसार बंद विद्यालयों के शिक्षकों को नोटिस देकर लिखित जवाब मांगा गया है। गैरहाजिर शिक्षकों से भी स्पष्टीकरण तलब किया गया है। जवाब मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।