लखनऊ। वाराणसी के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की
मुजफ्फरनगर में सिपाही द्वारा गोली मारकर की गई हत्या के बाद शासन की ओर से 25 लाख का मुआवजा घोषित करने, सिपाही की गिरफ्तारी व हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद शिक्षकों की नाराजगी थोड़ी कम हुई है। मंगलवार को सुबह प्रदेश भर के शिक्षकों ने विभिन्न मूल्यांकन केंद्रों पर शोकसभा कर धर्मेंद्र कुमार को श्रद्धांजलि दी और बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू किया। लखनऊ, प्रयागराज समेत कुछ जिलों में शिक्षक काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन कर रहे हैं। शिक्षकों ने गोंडा बलरामपुर में मूल्यांकन कार्य नहीं किया।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) की ओर से बस्ती, संतकबीरनगर, बाराबंकी, मेरठ, कौशांबी, आगरा आदि जिलों में घटना के विरोध में मूल्यांकन केंद्रों पर श्रद्धांजलि सभा हुई। प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायन सिंह ने कहा कि धर्मेंद्र कुमार के परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का आदेश कर दिया गया है। आरोपी सिपाही चंद्र प्रकाश को
बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया है। प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर मृतक आश्रित से संबंधित सभी देयकों का भुगतान करा दिया जाय। वहीं राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष
रामेश्वर प्रसाद पांडेय की अध्यक्षता में प्रयागराज में बैठक हुई। इसमें सभी गुट के नेता शामिल हुए। सर्वसम्मति से शिक्षक के परिजनों को दो करोड़ की आर्थिक सहायता, आरोपी पुलिसकर्मी को कड़ी सजा, शिक्षक की पत्नी को पेंशन के रूप में शेष सेवा का पूरा वेतन, शिक्षकों को कॉपी पहुंचाने के काम से मुक्त किया जाए की मांग की गई। बीपी सिंह गुट के प्रांतीय अध्यक्ष सुनील कुमार भड़ाना ने कहा कि यदि मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए 22 मार्च तक आदेश नहीं जारी किए गए तो 23 मार्च से फिर से मूल्यांकन बहिष्कार किया जाएगा। बैठक में शर्मा गुट के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी, ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी, एकजुट के प्रदेश संरक्षक डॉ. हरि प्रकाश यादव, चेतनारायण गुट के महेश चंद्र यादव व पांडेय गुट के अरुण यादव समेत कई मौजूद रहे।
दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी शिक्षक प्रकोष्ठ की ओर से गोमतीनगर स्थित प्रदेश कार्यालय पर शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को श्रद्धांजलि दी गई। घनश्याम श्रीवास्तव, अजय गुप्ता, दुर्गेश, डॉ. दिग्विजय सिंह, डॉ. मुकेश यादव, प्रतिभा, अनूप वर्मा उपस्थित थे।