प्रधानाध्यापक का तुगलकी फरमान स्कूल में मीडियाकर्मियों का प्रवेश किया वर्जित

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वहराइच लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए प्रधानाचार्य का तुगलगी फरमान अब चर्चा का विषय बन गया है। अपनी कारगुजारियों को छिपाने के लिए विद्यालय की दीवार पर तुगलकी फरमान जारी कर विद्यालय में मीडियाकर्मियों का प्रवेश प्रतिबंधित संबंधी स्लोगन विद्यालय की दीवार पर लिखाया है।



शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर भी प्रधानाध्यापक की कारस्तानी तेजी से प्रसारित होने लगी। इसके बाद विभागीय अधिकारी भी गंभीर हुए। सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया की स्वायत्तता को बनाए रखने के लिए सरकारों को निर्देशित किया है, लेकिन सरकारी कर्मचारी स्वयं को न्यायालय और सरकार से बड़ा समझने लगे हैं।
इसका उदाहरण संविलियन विद्यालय हुजूरपुर में देखने को मिला। प्रधानाचार्य ने विद्यालय के दीवार पर मीडिया का प्रवेश पूरी तरह वर्जित बताते हुए स्लोगन लिखाया। दीवार पर लिखे स्लोगन की फोटो और वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।


वीएसए बोले, ऐसा शासनादेश नहीं
6 विद्यालय में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है। न ही शासन की तरफ से ऐसा कोई आदेश दिया गया है। किसी शरारती तत्व के दीवार पर स्लोगन लिखने की जानकारी मिली थी। दीवार पर लिखे स्लोगन को मिटवाने का आदेश दिया गया है। अव्यक्तराम तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी