सत्र में देरी से नहीं घबराएं छात्र सीबीएसई ने घटाया पाठ्यक्रम

CBSE Board

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 से नौवीं से 12वीं के परीक्षा पैटर्न में बदलाव के साथ-साथ पाठ्यक्रम को भी 30 प्रतिशत तक घटाया है। शिक्षा सत्र देरी से शुरू होने के चलते विद्यार्थियों पर ज्यादा दबाव न आए, इसके लिए कुछ कविताएं और पाठ हटाए गए हैं। बोर्ड ने कोरोना महामारी के चलते बीते साल भी लगभग 30 प्रतिशत तक पाठ्यक्रम घटाया था। हालांकि, सत्र 2021-22 में जो पाठ घटाए थे, उन्हें सत्र 2022-23 में शामिल करके कई अन्य पाठ घटाएं हैं। बदलाव केवल हिंदी साहित्य में किए है। व्याकरण में कोई भी पाठ नहीं घटाया गया है। बोर्ड ने नौवीं कक्षा से सियारामशरण गुप्त की कविता ‘एक फूल की चाह’ को हटाया है। इसमें एक दलित लड़की पर ऊंची जाति के लोग अत्याचार करते हैं। इसके साथ ही ‘धर्म की आड़’ और लेखिका चपला देवी का पाठ नाना साहब की पुत्री देवी मैना को भस्म कम दिया गया, हजारी प्रसाद द्विवेदी का पाठ एक कुत्ता और एक मैना हटाया गया है। साथ ही 11वीं में कबीर और मीरा के पद नंबर दो और पंत की ‘वे आंखें’ को हटाया गया है। 12वीं में निराला, केशव दास, घनानंद की कविताओं को हटाया है।

नौवीं और 10वीं में हटाए गए पाठ – हिंदी मातृभाषा (क्षितिज भाग- 1)- काव्य खंड- ’केदारनाथ अग्रवाल- चंद्र गहना से लौटती बेर ’चंद्रकांत देवताले- यमराज की दिशा गद्य खंड- ’चपला देवी – नाना साहब की पुत्री देवी मैना को भस्म कम दिया गया ’हजारी प्रसाद द्विवेदी- एक कुत्ता और एक मैना हिंदी मातृभाषा (क्षितिज भाग -2)- काव्य खंड- ’देव- सवैया, कवित्त ’गिरिजाकुमार माथुर- छाया मत छूना ’त्रतुराज- कन्यादान गद्य खंड- ’महावीरप्रसाद द्विवेदी- स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खंडन ’सर्वेश्वर दयाल सक्सेना- मानवीय करुणा की दिव्य चमक
11वीं और 12वीं में घटाए गए पाठ- हिंदी आधार, (काव्य खंड) ’ गजानन माधव मुक्तिबोध- सहर्ष स्वीकारा है ’ फिराक गोरखरपुरी- गजल हिंदी आधार, (गद्य खंड)- ’ विष्णु खरे- चार्ली चैप्लिन यानी हम सब ’ रजिया सज्जाद जहीर – नमक – एन फ्रैंक- डायरी के पन्ने हिंदी ऐच्छिक- पाठ्यपुस्तक- (अंतरा भाग 1) ’ नए जन्म की कुंडली ’ पद्माकर ’ महादेवी वर्मा- सब आंखों के आंसू उजले ’ नरेंद्र शर्मा- नींद उचट जाती है अंतरा भाग 2 ’ सूर्यकांत त्रिपाठी निराला – गीत गाने दो मुझे ’ विष्णु खरे- एक कम, सत्य ’ केशवदास- रामचंद्रिका ’ घनानंद-सवैया ’ ब्रजमोहन व्यास- कच्चा चिट्ठा ’ रामविलास शर्मा- यशास्मै रोचते विश्वम अनुपूरक पाठ्यपुस्तक-अंतराल 1 ’ अंडे के छिलके (एकांकी) पूरक पाठ्यपुस्तक- अंतराल 2 ’ संजीव- आरोहण
नौवीं और 10वीं हिंदी मातृभाषा – (कृतिका भाग-1)- ’ विद्यासागर नौटियाल- माटी वाली ’ शमशेर बहादुर सिंह- किस तरह आखिरकार मैं हिंदी में आया हिंदी मातृभाषा -(कृतिका भाग- 2) ’ 1-एही ठैयां झुलनी हेरामी हो रामा ’ 2- जार्ज पंचम की नाक
’कोरोना महामारी के चलते बीते साल भी की गई थी कटौती ’अब केवल हिंदी साहित्य में किए गए हैं कुछ बदलाव
द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी नौवीं और 10वीं – पाठ्यपुस्तक स्पर्श, (भाग-1)- ’धर्म की आड़ ’आदमीनामा ’एक फूल की चाह पाठ्यपुस्तक, स्पर्श, (भाग -2)- ’बिहारी- दोहे ’महादेवी वर्मा- मधुर-मधुर मेरे दीपक जल ’अंतोन चेखव- गिरगिट पाठ्यपुस्तक संचयन(भाग-1) ’हामिद खां ’दिये जल उठे – पूरक पुस्तक संचयन, (भाग-2) कोई परिवर्तन नहीं।