प्रयागराज : शिक्षक भर्ती में दिव्यांग कोटे से भर्ती हुए 232 शिक्षकों को राज्य सरकार अंतिम मौका देने जा रही है। 13 से 22 जून के मध्य मेडिकल बोर्ड के सामने जांच होगी। यदि ये शिक्षक इस बार पेश नहीं हुए तो इनकी बर्खास्तगी की तैयारी की जाएगी। इन शिक्षकों का चयन विशिष्ट बीटीसी 2007, 2008 (विशेष चयन) में हुआ था। इसके बाद 2016 से 2021 तक कई बार राज्य स्तरीय मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होने के आदेश जारी किए गए लेकिन ये शिक्षक नहीं आए।
अब बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने सभी डायट प्राचार्यों को पत्र लिख कर कहा है कि यदि ये शिक्षक अंतिम मौके पर भी नहीं आए तो सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा इनके विशिष्ट बीटीसी के प्रमाणपत्र रद्द करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। प्रमाणपत्र रद्द होने के बाद इनकी बर्खास्तगी तय है। इस मेडिकल बोर्ड के सामने पहले के भी 39 शिक्षक पेश होंगे। इनकी जांच केजीएमयू में हो चुकी है लेकिन रिपोर्ट में इन्हें मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होने की सिफारिश की गई है।
2016 से लेकर 2021 तक कई बार इन शिक्षकों को राज्य स्तरीय मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होने का मौका दिया गया। माना जा रहा है कि ये शिक्षक विकलांगता का फर्जी प्रमाण पत्र लेकर नौकरी कर रहे हैं। विशिष्ट बीटीसी 2007, 2008 (विशेष चयन) में लगभग एक हजार दिव्यांग शिक्षकों का चयन हुआ था।