जिविनि दफ्तर पर धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष उमेश चंद्र यादव ने कहा कि नई पेंशन योजना शिक्षक की वृद्धावस्था में उसी जीवन स्तर के साथ जीवन यापन करने के योग्य नहीं है, जिस जीवन स्तर से शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहा है। पुरानी पेंशन सरकार लागू करे। वित्तविहीन स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन लागू किया जाए। कोषाध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने कहा कि राजकीय की तरह सहायक माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा अनुमन्य की जाए। सेवानिवृत्त शिक्षकों के लंबित देयकों का भुगतान किया जाए। जिला मंत्री राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के अवशेष पारिश्रमिकों का भुगतान सहित वेतन, महंगाई भत्ता, चयन एवं प्रोन्नत, पदोन्नति का भुगतान कराएं। कंप्यूटर एवं व्यसायिक शिक्षकों के साथ में पूर्णकालिक शिक्षक को समान वेतन देते हुए स्थानांतरण नीति में संशोधन करें, ताकि शिक्षक सुविधानुरूप स्थानांतरण करा सकें। सामूहिक बीमा को फिर से चालू करने एवं प्रोन्नत वेतनमान से स्नातकोत्तर उपाधि की बाध्यता खत्म हो। ओमप्रकाश यादव ने कहा कि रिक्त पदों पर नियुक्त की जाए।
धरना प्रदर्शन में हिमांशू शर्मा, राजेश, नेपाल सिंह, राममोहन, अनिल कुमार, शेर बदारु, डॉ.धर्मेंद्र चौधरी, प्रेम सिंह, मधुरेश कुमार शुक्ल, संतवीर सिंह, कुलदीप सिंह, भूरी सिंह, अन्नू, प्रमोद कुमार, सियाराम, शांति लता सिंह, राजकुमार राठौर, धर्मेंद्र कुमार, प्रेम सिंह यादव, मिन्नत फातिमा, नायमा जमील, शबनम अंजुम, उदय भान, राजेश कुमार सिंह, ओमप्रकाश यादव, सुरेश कुमार, विनोद कुमार, निर्मल कुमार सविता, संजीव कुमार, मनोज कुमार, श्रवण कुमार आदि शामिल थे।