प्रयागराज। लेखपाल भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में सोरांव में पकड़े गए सॉल्वर गिरोह के सदस्यों ने आठ लाख रुपये में चार सेट की आंसर-की खरीदी थी। यह रकम सरगना विजयकांत पटेल ने नकल माफिया केएल पटेल के गुर्गे संदीप पटेल के जरिए कौशाम्बी स्थित इंटर कॉलेज के लेक्चरर तक भेजवाई थी।
सूत्रों का कहना है कि विजयकांत ने एसटीएफ को दिए बयान में यह बात बताई है। उसने बताया है कि प्रति सेट दो लाख रुपये की बात तय हुई थी। ऐसे में चार सेट की आंसर-की के लिए कुल आठ लाख रुपये दिए गए। रकम का लेनदेन बहरिया निवासी संदीप निवासी अतनपुर बहरिया के माध्यम से हुआ। इसके बाद संदीप ने ही रकम कौशाम्बी के इंटर कॉलेज के लेक्चरर तक पहुंचाई। एसटीएफ अफसरों का कहना है कि संदीप के पकड़े जाने के बाद कई राज खुलेंगे। लेक्चरर का चौथे दिन भी सुराग नहीं : उधर सॉल्वर गिरोह को आंसर की उपलब्ध कराने वाले लेक्चरर समर सिंह यादव को चौथे दिन भी नहीं पकड़ा जा सका। पुलिस अब तक यह नहीं पता लगा सकी है कि वह किस कॉलेज में तैनात है। समर सिंह किसी सरकारी कॉलेज में तैनात है।
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