प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों ने किया खाने का बहिष्कार
बोले, दी जा रही पानी जैसी दाल और सूखी रोटी
पहाड़ी, चित्रकूट : निपुण भारत मिशन के अंतर्गत दिए जा रहे प्रशिक्षण के दौरान खाने की गुणवत्ता से नाराज शिक्षकों ने शुक्रवार को ब्लाक संसाधन केंद्र में खाने का बहिष्कार कर दिया। इनका आरोप था कि पानी जैसी दाल और सूखी रोटी दी जा रही है।
गौरतलब है कि बीआरसी में अध्यापकों का शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने आदि को लेकर निपुण भारत के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक चलता है। इसमें अध्यापकों को सुबह का नाश्ता व दोपहर का भोजन दिया जाता है। शिक्षकों ने बताया कि खाने की गुणवत्ता पहले दिन से ही खराब रही है। इसकी शिकायत भी की गई थी। गुणवत्ता ठीक करने का आश्वासन मिलने के बाद कोई सुधार नहीं हुआ। शुक्रवार को इससे आक्रोशित शिक्षकों ने खाना खाने से मना कर दिया । इनका आरोप था कि पानी जैसी दाल, सूखी रोटी, पाउडर के बने रसगुल्ले दिए जा रहे हैं। नाश्ते में सूखा पोहा दिया गया है। इस संबंध में खंड शिक्षाधिकारी पहाड़ी मिथलेश कुमार ने बताया कि आज पनीर की सब्जी की जगह रसोइयों द्वारा कढ़ी बनाने के चलते यह सब हुआ। बताया कि शिक्षकों से खुद कह रखा है कि प्रत्येक दिन मीनू के हिसाब खुद रसोइया से भोजन बनवाइए। इस मौके पर मनोज पांडेय, अनुज नारायण पांडेय, राजेश सिंह, आशीष सिंह, रामभूषण पांडेय, आदि शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।