परिषदीय स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका अल्पा निगम प्राइमरी शिक्षा के उन्नयन के लिए दुनिया भर के उत्कृष्ट शिक्षकों के साथ पांच माह तक अमेरिका में कार्य करेंगी। इस दौरान वह अपने गुणों को सिखाएंगी और दूसरे शिक्षकों से सीखेंगी। इसके बाद देश आकर शिक्षा को उन्नत बनाने का कार्य करेंगी। अल्पा जुलाई 2023 में अमेरिका जाएंगी और जनवरी 2024 तक रहेंगी।
अल्पा का चयन अमेरिकी संस्था की ओर से दिए जाने वाली फुलब्राइट डिस्टिंगविश अवार्ड (शोध कार्य) के लिए किया गया है। देश से इस अवार्ड के लिए पांच शिक्षकों का चयन किया गया है, जिसमें उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों से अल्पा एकलौती शिक्षिका हैं। जिले के सरदारनगर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय तिलौली में तैनात अल्पा निगम को बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए वर्ष-2017 में राज्य अध्यापक पुरस्कार से दिया जा चुका है।
अमर उजाला से बातचीत में अल्पा ने बताया कि फुलब्राइट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया का सबसे बड़ा शैक्षणिक एक्सचेंज प्रोग्राम है। इसके तहत प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए दुनिया भर में इस्तेमाल की जा रही तकनीक और तरीकों को प्रतिभागी शिक्षकों की ओर से साझा किया जाता है। इस अवार्ड के लिए उन्हें पहले लिखित परीक्षा, साक्षात्कार, पैनल डिस्कशन और टोफेल की बाधा को पार करना पड़ा।
वर्ष 2010 में मिली तैनाती
शिक्षिका अल्पा को वर्ष 2010 में तैनाती मिली। तब बच्चों की संख्या महज 24 थी। उन्होंने नामांकन बढ़ाने का निर्णय लिया। उनके प्रयासों से अब विद्यालय में बच्चों की संख्या 240 हो गई है। उन्होंने अपने विद्यालय के अंदर लैंग्वेज लैब को स्थापित किया है, जहां बच्चों के भाषाई कौशल को संवारा जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक के प्रभावी रूप से इस्तेमाल के लिए उन्हें राष्ट्रीय आईसीटी अवार्ड प्रदान किया गया है।
इन बिंदुओं पर होते हैं शोध कार्य
फुलब्राइट कार्यक्रम के तहत विदेशों में शिक्षकों, उनके स्कूलों और समुदाय के बीच पारस्परिक समझ को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जाता है। संस्था अध्यापन के दौरान सर्वोत्तम शिक्षक प्रथाओं को साझा करने, शिक्षकों की विशेषज्ञता को बढ़ाने, प्रतिभागियों को मजबूत शैक्षणिक नेतृत्वकर्ता तैयार करने की दिशा में कार्य करती है।