लखनऊ, प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों की प्रोन्नति की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बेसिक शिक्षा निदेशक शुभा सिंह ने 13 जनवरी तक सभी रिक्त पदों की सूचना तलब की है। इसमें स्वीकृत पद, कार्यरत शिक्षकों की संख्या और रिक्त पदों की संख्या सभी जिलों से मांगी गई है।
प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों की प्रोन्नति एक दशक के बाद हो रही है। हालांकि एक अनुमान के मुताबिक 67 हजार पद रिक्त हैं लेकिन इस बीच कई शिक्षक रिटायर हो चुके हैं। अभी विभाग प्राइमरी स्कूलों के प्रधानाध्यापक और जूनियर स्कूलों के सहायक अध्यापकों के पद पर प्रोन्नति होनी है। जूनियर स्कूल के प्रधानाध्यापकों की प्रोन्नति का मामला हाईकोर्ट में है। वर्ष 2013 में राज्य सरकार ने पहली बार गणित व विज्ञान के 29334 शिक्षकों की सीधी भर्ती की थी। अब पदोन्नत होकर आए शिक्षक और सीधी भर्ती के शिक्षक अपनी ज्येष्ठता को लेकर आमने-सामने हैं। सीधी भर्ती वाले शिक्षकों की मांग है कि प्रोन्नत होकर आए शिक्षकों से ज्येष्ठ हैं जबकि सरकार ने सभी को एक समान माना है। अब यह मामला हाईकोर्ट में है।
अभी प्रोन्नति के लिए मेरिट के मानकों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा क्योंकि अभी तक मानव संपदा पोर्टल पर इसके तय मानकों पर शिक्षकों का मूल्यांकन नहीं किया गया है। प्रोन्नति पुराने तरीके से ही होगी। डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। शिक्षकों की गोपनीय आख्या के आधार पर जिला स्तर पर ज्येष्ठता सूची तैयार करके आपत्तियां ली जाएगी और ज्येष्ठता सूची के मुताबिक ही प्रोन्नतियां की जाएंगी।