बुलंदशहर : परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक खाना देने के लिए बनाए गए किचन गार्डन में अब सब्जियों की जगह हरी घास उग रही है। काफी स्कूलों में तो किचन गार्डन नष्ट हो गए हैं और विभाग का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। किचन गार्डन की हालत खराब होने के कारण अब बच्चों को खाने में हरी सब्जियां नहीं मिल रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को दोपहर के समय खाने में मीड डे मील दिया जाता है। प्रत्येक दिन खाने में अलग-अलग मैन्यू होता है। गत दिनों बेसिक शिक्षा निदेशक ने ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में किचन गार्डन बनाने के आदेश दिए थे और इनमें हरी सब्जियों की पैदावार कर बच्चों को भोजन दिया जाना था। अधिकांश स्कूलों में किचन गार्डन बन तो गए, किंतु अब उनमें सब्जियों की जगह हरी घास उग रही है। विभाग की लापरवाही से किचन गार्डन पूरी तरह से बच्चों को हरी सब्जियां नहीं दे पाए। शुरूआत में तो किचन गार्डन में पालक, मूली, गाजर अन्य हरी सब्जियां उगाई गईं और बच्चों को खाने में दी गई, मगर अब गार्डन में केवल हरी घास खड़ी है। बीईओ भी स्कूलों में निरीक्षण करते हैं लेकिन पिछले कुछ समय से स्कूलों में किचन गार्डन के हालत काफी खराब हो चुके हैं। स्कूलों में चारदीवारी व चौकीदार न होने से किचन गार्डन में उगने वाली सब्जियां बनने से पहले नष्ट हो जाती है। बीएसए ने अब मामले को संज्ञान में लेकर स्कूलों में किचन गार्डन की स्थिति में सुधार लाने की बात कही है।