बिना अनुमति लिए किसी ने ऑडियो गीत बनवाकर चलाया, तो किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी कर दिए। जिला निर्वाचन की एमसीएमएसी टीम की पैनी नजर से किसी भी विधान सभा का कोई प्रत्याशी बच न सका। अब तक 220 नोटिस प्रत्याशियों को जारी किए जा चुके हैं। इनमें बड़ी पार्टियों के प्रत्याशी भी शामिल हैं।
बीकेटी के एक प्रत्याशी ने अपना वीडियो बनवाया तो एक ने ऑडियो जारी किया। दोनों ही एमसीएमसी टीम की नजर में आ गए। अधिसंख्य प्रत्याशियों ने फेसबुक और ट्विटर पर बाकायदा अपने पोस्टर जारी कर अपील की। कुछ ने वीडियो साझा किया। इनमें से किसी की भी अनुमति नहीं ली गई थी। सबसे ज्यादा 43 नोटिस कैंट विधान सभा में जारी किए गए हैं। इसके अलावा लखनऊ पूर्व में 35 और लखनऊ उत्तर, लखनऊ मध्य विधान सभा में 24-24 प्रत्याशियों को नोटिस भेजा गया है। मलिहाबाद में 17, सरोजनीनगर में 22, मोहनलालगंज में 17, बीकेटी में 29, सरोजनीनगर में 22, लखनऊ पश्चिम में 12 प्रत्याशियों को नोटिस भेजा गया है। ये सभी नोटिस एमसीएमसी और सोशल मीडिया निगरानी समिति की संस्तुति पर संबंधित रिटर्निंग अफसरों की ओर से जारी किए गए हैं। एडीएम प्रशासन अमरपाल सिंह इन कमेटियों की निगरानी कर रहे हैं।
सपा, भाजपा, बसपा, कांग्रेस के प्रत्याशी सबसे अधिक
नोटिस पाने वालों में सबसे ज्यादा प्रत्याशाी बड़े दलों से हैं। बीकेटी से सपा के गोमती यादव और ललन कुमार को सबसे ज्यादा नोटिस मिले। इसी तरह सरोजनीनगर से भाजपा प्रत्याशी राजेश्वर सिंह और सपा के अभिषेक मिश्रा को नोटिस मिला। लखनऊ पश्चिम से आाप के प्रत्याशी राजीव बक्शी, कांग्रेस की शाहनाज सिद्दीकी और कायनात सिद्दीकी को नोटिस मिला। लखनऊ उत्तर से भाजपा प्रत्याशी नीरज बोरा और सपा की पूजा शुक्ला को सबसे ज्यादा नोटिस दिया गया। लखनऊ पूर्व से कबीना मंत्री और भाजपा प्रत्याशी आशुतोष टंडन गोपाल जी, सपा के अनुराग भदौरिया और बीएसपी के आशीष सिन्हा को नोटिस भेजा गया है। लखनऊ मध्य से कांग्रेस की सदफ जफर और बीएसपी से आशीष चन्द्र श्रीवास्तव, शिवसेना से गौरव वर्मा, कैंट से कबीना मंत्री भाजपा प्रत्याशी ब्रजेश पाठक, बीएसपी उम्मीदवार अनिल पाण्डेय को नोटिस दिया गया।