एक ही प्रश्न के दो उत्तर सेट में सही, दो में माना गलत:- हिंदी की उत्तरकुंजी से भी संतुष्ट नहीं हैं अभ्यर्थी

शिक्षा विभाग

अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 2003 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा की अंतिम उत्तरकुंजी पर भी विवाद खड़ा हो गया है। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से 11 फरवरी को जारी 47 विषयों की उत्तरकुंजी में से वाणिज्य विषय के एक ही प्रश्न के उत्तर को दो सेट में सही माना गया है, जबकि दो में उसे गलत मानकर निरस्त कर दिया गया है।

अभ्यर्थियों ने आयोग को ई-मेल कर विसंगति दूर करने का अनुरोध किया है। आयोग ने प्रश्नपत्र का 4 सेट ए,बी, सी व डी बनाया था जिसमें प्रश्न तो एक ही थे, लेकिन उनकी नंबरिंग आगे-पीछे थी। सेट ए में प्रश्नसंख्या 51 का सही उत्तर विकल्प ए को माना गया है और सेट सी में प्रश्न संख्या 40 ठीक वही प्रश्न है जिसे आयोग ने अंतिम उत्तर कुंजी से निरस्त कर दिया है। इस प्रकार सेट ए व बी में निरस्त प्रश्नों की संख्या सात और सेट सी व डी में निरस्त प्रश्नों की संख्या आठ है। ऐसे में अभ्यर्थी इस बात को लेकर परेशान हैं कि दो सेट ए व बी में ठीक वही प्रश्न का उत्तर जारी किया गया है और वही प्रश्न सेट सी व डी से हटा दिया गया है।
हिंदी की उत्तरकुंजी से भी संतुष्ट नहीं अभ्यर्थी
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के हिंदी विषय के अभ्यर्थी भी अंतिम उत्तरकुंजी से संतुष्ट नहीं हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि भाषा में शब्दों, मात्राओं और विराम चिह्नों का प्रयोग पूरा अर्थ बदल देता है, लेकिन उच्चतर शिक्षा सेवा सेवा आयोग ‘ए स्केच ऑ़फ हिंदी लिट्रेचर’ की जगह ‘ए स्केच ऑन हिंदी लिट्रेचर’ को गलत नहीं मानता। एडविन ग्रीव्स और इडविन ग्रीव्स में ़फर्क नहीं समझता। सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में महाराजा रणजीत सिंह का जन्मस्थान सही शब्द ‘सुकर चकिया’ की जगह ‘सुक्कर चकिया’ माना है। ‘डंपा’ या ‘दंपा’ की जगह ‘डैम्पा’ माना है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व की जगह अपूर्ण वाक्य वाल्मीकि रिजर्व को ही सही मान लिया है। अभ्यर्थियों ने इन पर आपत्ति जताई है।

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