लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ने अनियमितताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। बीएसए श्रावस्ती प्रभु राम चौहान के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं। उनके खिलाफ स्कूलों के स्थानांतरित शिक्षकों को कार्यमुक्त करने, उनकी जगह पर प्रतिस्थानी शिक्षकों की तैनाती करने में अनियमितता बरती गई।
विशेष सचिव आरवी सिंह ने जांच के लिए मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक देवीपाटन को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
तत्कालीन बीएसए इटावा ओपी सिंह पर भी उमराई की सहायक अध्यापिका ज्योति यादव को पहली बार दो साल तक डीमए सेल में और दूसरी बार 17 महीने तक आईटीआई इटावा में नियम विरुद्ध सम्बद्धीकरण किया गया। उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक कानपुर मण्डल को जांच अधिकारी बनाया गया है।
अमेठी के तत्कालीन बीएसए विनोद कुमार मिश्र के खिलाफ चल रही जांच को खत्म कर दिया गया है और उन्हें भविष्य के लिए सचेत किया गया है। उन पर 69 हजार शिक्षक भर्ती में मनमाफिक नियुक्ति देने के आरोप थे जो जांच में गलत पाए गए।