फतेहपुर : लापरवाही कह लें या भूल, छुट्टी के बाद सब बच्चे और शिक्षक स्कूल से चले गए। यह भी नहीं देखा कि एक पांच साल की बच्ची कमरे में रह गई, जिस पर ताला लगा दिया गया। बच्ची रोती-चिल्लाती रही लेकिन, कोई सुनने वाला नहीं था।
चार घंटे बाद खोजबीन करते हुए स्वजन बंद कमरे तक पहुंचे तो आवाज सुनकर बच्ची दहाड़ मारकर रो पड़ी। तब आनन-फानन स्कूल की चाबी मंगाकर ताला खोला गया। बच्ची को देखकर मां उससे लिपट कर रो पड़ी। सबकी आंख नम हो गई। मां बोली- बचिगै बिटिया की जान। शुक्रवार को यह घटना हथगाम ब्लाक के महरूपुर प्राथमिक विद्यालय में हुई।