मजाक बन गई परिषदीय स्कूलों की परीक्षा, मौज-मस्ती करते दिखे बच्चे

शिक्षा विभाग

मौज-मस्ती करते दिखे बच्चे, 24 मार्च से होनी वाली परीक्षा का सोमवार को अचानक बदला गया शेड्यूल मंझनपुर। परिषदीय स्कूलों मंगलवार से शुरू हुई परीक्षा पहले दिन हो मजाक बन गई स्कूलों में पेपर नहीं पहुंचने के कारण बच्चे मौज-मस्ती करते दिखे। वहीं, कुछ स्कूलों में मौखिक परीक्षा लेकर फर्ज अदायगी की सारा दिन अध्यापक कॉपी-पेपर आने के इंतजार करते रहे लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगी। अमर उजाला की टीम ने परीक्षा के पहले दिन स्कूलों में पड़ताल की तो कहीं स्टॉफ कम मिला तो कहीं छात्र संख्या कम रही।

बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से 16 मार्च को जारी आदेश में कहा गया था कि इस बार परिषदीय स्कूलों में 24 मार्च से वार्षिक परीक्षा कराई जाएगी। सोमवार को बीएसए प्रकाश सिंह ने सभी एबीएसए को निर्देश दिया कि परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। जी परीक्षा 24 मार्च से होनी थी वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के क्रम में मंगलवार से ही शुरू कराई जाएगी। अचानक बदले गए शेड्यूल के बाद भी स्कूलों में लिखित परीक्षा के कॉपी पेपर नहीं पहुंचाए गए थे। जिले से लेकर मंगलवार को हुई परीक्षा मजाक बनकर रह गई स्कूलों में सिर्फ मौखिक विषयों की परीक्षा हुई लेकिन बड़े क्लास में जहां लिखित परीक्षा होनी थी उस कक्षा के बच्चों का वक्त मौज-मस्ती में ही बीता। स्कूल में खेलते दिखे बच्चेमंझनपुर जिला मुख्यालय मंशनपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय नया नगर प्रथम, उच्च प्राथमिक विद्यालय नया नगर, प्राथमिक विद्यालय गांधी नगर, बबुरा व भड़सर के स्कूल में अध्यापकों ने बच्चों की मौखिक या शारीरिक शिक्षा की परीक्षा लेना भी मुनासिब नहीं समझ बच्चों का वक्त स्कूलों में मौज-मस्ती करने में ही हुआ संवादउच्च प्राथमिक स्कूल मुस्तफाबाद का नहीं खुला गेटबारा उच्च प्राथमिक विद्यालय मुस्तफाबाद का गेट अंदर से बंद स्कूल का गेट खुलने का प्रयास किया गया लेकिन किसी ने खोला नहीं स्कूल के अंदर क्या हो रहा है? इसकी जानकारी नहीं के हो सकी गांव के लोगों ने बताया कि यहां की प्रधानाध्यापक प्रतिभा शुक्ला है। उन्होंने अपने स्टॉफ से कह रखा है कि आने के बाद स्कूल का गेट अंदर से बंद कर लिया जाए। इसके बाद कोई भी आप लेकिन गेट नहीं खोला जाता संवाद