करंडा के बीईओ समेत तीन निलंबित, 10% कमीशन मांगने का मामला

शिक्षा विभाग

Ghazipur करंडा। एक शिक्षिका से उसके सेवानिवृत्त देयकों के प्रपत्र को अग्रसारित करने के लिए 50 हजार रुपये की घूस मांगने और शासन की ओर से कंपोजिट स्कूलों को जारी ग्रांट से 10 प्रतिशत कमीशन मांगने के मामले में करंडा के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) रमेश कुमार श्रीवास्तव सहित तीन को निलंबित कर दिया गया। बीईओ पर आरोप है कि शिकायत के बावजूद उन्होंने कार्रवाई में शिथिलता बरती। फिलहाल बीईओ को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जौनपुर से संबद्ध कर दिया गया है। प्रकरण की जांच मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) को सौंपी गई है।

निलंबित

अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) ललिता प्रदीप ने जारी निलंबन आदेश में कहा है कि बीईओ के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव से जांच कराई गई। बीएसए ने बताया कि23 मार्च को बीईओ के खिलाफ पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई, जिस पर निदेशालय ने कार्रवाई की। उन्होंने बताया गया कि करंडा ब्लाक के सोकनी कंपोजिट विद्यालय की सहायक अध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापिका ललिता देवी से 50 हजार रुपये की मांग का आडियो-वीडियो उपलब्ध कराने के बाद भी बीईओ ने प्राथमिक विद्यालय बड़सरा के शिक्षक राजेश सिंह के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं की। यह प्रथम दृष्टया इनकी प्रशासनिक अक्षमता एवं संलिप्तता का परिचायक है। बीएसए हेमंत राव ने बताया कि करंडा ब्लाक के सोकनी कंपोजिट विद्यालय की सहायक अध्यापक-प्रभारी प्रधानाध्यापक ललिता देवी 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रही हैं। इनकी सेवानिवृत्ति के देयकों के प्रपत्र को अग्रसारित करने के नाम पर सहायक अध्यापक राजेश सिंह 50 हजार रुपये मांग रहे थे। शिकायत पर राजेश सिंह को मामले में संलिप्त पाया गया जिसके बाद बीएसए ने उन्हें निलंबित कर दिया। वहीं कंपोजिट विद्यालय के लिए जारी ग्रांट से 10 प्रतिशत कमीशन देने का दबाव बनाने वाले बीआरसी पर स्थित विद्यालय के सहायक अध्यापक मनोज कुमार सिंह को भी बीएसए ने निलंबित कर दिया गया है।