डीआईओएस और लिपिक पर मुकदमा, तहरीर में शिक्षिका की मौत का बताया गया जिम्मेदार

शिक्षा विभाग

कोर्ट के निर्देश पर मैनपुरी के डीआईओएस और उनके कार्यालय के पूर्व पटल सहायक के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि डीआईओएस और पटल सहायक ने शिक्षिका को प्रताड़ित किया। जिससे वो बीमार पड़ी गई और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मुकदमा दर्ज करने के बाद कोतवाली पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

मुकदमा

नगर के मोहल्ला चौथियाना निवासी डीआईओएस कार्यालय के सेवानिवृत्त पटल सहायक धीरेंद्र मिश्रा ने कोर्ट से शिकायत की थी कि उनकी पत्नी मीना नवीगंज के इंद्रजीत शिक्षा सदर स्कूल में नागरिक शास्त्रत्त् प्रवक्ता के पद पर तैनात थीं।

कार्यालय के लिपिक कौशलेंद्र मिश्रा ने मीना की शैक्षिक योग्यता के अभिलेख फर्जी होने की शिकायत की। जिसके आधार पर बिना जांच कराए डीआईओएस मनोज कुमार वर्मा ने 16 जनवरी 2021 को मीना का वेतन रोक दिया। उन्हें इससे पूर्व प्रताड़ित भी किया गया। डीआईओएस को शैक्षिक अभिलेख दिखाए गए लेकिन उन्होंने कोई भी बात नहीं सुनी। इस उत्पीड़न से मीना प्रताड़ित होकर बीमार पड़ गईं और गुड़गांव के मेदांता में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

जो भी शिकायत आयी थी उस पर नियमानुसार कार्रवाई की गई। मुकदमे को लेकर उनके पास जानकारी आयी है। अधिकारियों को मामले से अवगत कराया जा रहा है।

मनोज कुमार वर्मा

डीआईओएस, मैनपुरी

बोली पुलिस, जांच शुरू कराई

मैनपुरी। डीआईओएस और पटल सहायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ तो महकमे में हड़कंप मच गया। पटल सहायक कौशलेंद्र मिश्रा वर्तमान में बीएसए कार्यालय में तैनात हैं। कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार का कहना है कि कोर्ट के निर्देश पर मुकदमा दर्ज हो गया है। मामले की जांच शुरू करा दी गई है। जो भी दोषी निकलेगा उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।