राजधानी के स्कूलों में मिड-डे मील फिर शुरू करे सरकार : सोनिया

शिक्षा विभाग

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना फिर शुरू करने की मांग की। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उन्होंने कहा, कोरोना काल में सुप्रीम कोर्ट के दखल और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के कारण बच्चों को सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। हालांकि सूखा राशन पौष्टिक भोजन का विकल्प नहीं है।

सोनिया ने कहा कि कोरोना के कारण बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ उनके माता-पिता की आजीविका पर काफी बुरा असर पड़ा। इस दौरान मध्यान्ह भोजन बंद हो गया था। सोनिया ने कहा, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक 2015-2016 की तुलना में पांच वर्ष के बच्चे और कमजोर हुए हैं। बच्चे देश का भविष्य है।

बच्चों को वापस स्कूल भेजने में मदद मिलेगी

सोनिया ने कहा, मध्यान्ह भोजन फिर से शुरू होने पर जहां बच्चों को पोषणयुक्त भोजन मिलेगा, वहीं स्कूल छोड़ चुके बच्चों को वापस स्कूल भेजने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पांच स्थल से कम उम्र के बच्चों और उनकी मा लिए कम्युनिटी किचन भी शुरू किया जाना चाहिए।