खेल किट में ही कर डाला ‘खेल’ ; ऐसा करने पर दोनों शिक्षिका निलंबित

शिक्षा विभाग

हाथरस
खेल किट की खरीद में ‘खेल’ करने के आरोप में बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने दो शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया है। अन्य स्कूलों में निरीक्षण के दौरान मिलीं खामियों के लिए कई शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण मांगा गया। कई के वेतन पर रोक लगाने की कार्रवाई की गई है।विकास खंड हाथरस के प्राथमिक विद्यालय कलवारी के निरीक्षण के दौरान विद्यालय में छात्र संख्या 87 के सापेक्ष 41 उपस्थित मिले। यहां बीएसए को खेल किट का सारा सामान प्लास्टिक का मिला। डायरेक्ट बेनीफिट्स ट्रांसफर (डीबीटी) का कार्य भी नहीं किया गया। इसके अलावा स्टॉक रजिस्टर भी नहीं दिखाया गया। इसके लिए प्रभारी प्रधानाध्यापिका गरिमा वार्ष्णेय के खिलाफ बीएसए ने निलंबन की कार्रवाई की। उच्च प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान विद्यालय में अनुदेशक निधि वार्ष्णेय अनुपस्थित मिलीं। खाना बनाने की कोई तैयारी नहीं थी, न ही बच्चों को दूध दिया गया। प्रभारी प्रधानाध्यापिका चित्रा स्वामी ने खेल किट का सामान दिखाया तो इसकी गुणवत्ता खराब मिली। इसके लिए चित्रा स्वामी से स्पष्टीकरण मांगा गया और अनुदेशिका का एक दिन का मानदेय काटने के आदेश दिए गए।

यहां से बीएसए प्राथमिक विद्यालय शहजादपुर पहुंचीं। यहां प्रभारी प्रधानाध्यापिका शिवानी गुप्ता ने खेल किट का जो सामान दिखाया, उसकी गुणवत्ता खराब मिली। खेल किट के बिल भी उपलब्ध नहीं कराए गए। खेल किट का समान पुराना था। इसके लिए शिवानी गुप्ता के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई। प्राथमिक विद्यालय तेहरा के निरीक्षण के दौरान विद्यालय में छात्र संख्या 88 के सापेक्ष मात्र आठ बच्चे उपस्थित मिले। एमडीएम में दूध का वितरण भी नहीं हुआ। तहरी की गुणवत्ता खराब मिली। प्रधानाध्यापिका ममता कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है।उच्च प्राथमिक विद्यालय ककोड़ी के निरीक्षण के दौरान विद्यालय में 36 के सापेक्ष नौ बच्चे उपस्थित मिले, जोकि यूनिफॉर्म में नही थे। एमडीएम में दूध का वितरण नहीं हुआ। तहरी की गुणवत्ता खराब मिली। एनजीओ को खराब गुणवत्ता और दूध वितरण न होने के संबंध में चेतावनी दी गई। शिक्षक देवेंद्र कुमार, प्रीतम कुमार के बारे में पता चला कि उनके द्वारा स्कूल चलो अभियान में किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया जा रहा है और न ही अभिभावकों से संपर्क किया जा रहा। दोनों से स्पष्टीकरण मांगा गया। प्राथमिक विद्यालय लाखनूं में एमडीएम में दूध वितरण नहीं हुआ और तहरी की गुणवत्ता खराब पाई गई। एनजीओ को चेतावनी जारी की गई। उच्च प्राथमिक विद्यालय कोका में खेल किट के सामान की गुणवत्ता संतोष जनक पाई गई। यहां छात्र संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए। संवाद