एसटीएफ अब मथुरा जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न नियुक्तियों में चयनित फर्जी शिक्षकों पर शिकंजा कसती जा रही है। विभिन्न माध्यमों से मिल रही सूचनाओं के आधार पर अब उन 130 शिक्षकों के नियुक्ति संबंधी शैक्षिक रिकॉर्ड तलब किए गए हैं, जिनमें हेराफेरी की गई है। इससे पहले एसटीएफ दो चरणों में 187 शिक्षकों का रिकॉर्ड मांग चुकी है।
फर्जी शिक्षकों की भर्ती में मथुरा जनपद प्रदेश भर में चर्चित रहा है। यहां बड़ी संख्या में ऐसे लोग परिषदीय विद्यालयों में नियुक्ति पा गए, जिनका चयन ही नहीं हुआ था। इसके अलावा विभिन्न नियुक्तियों में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नियुक्ति पाने वाले भी यहां सफल रहे। इस पर एसटीएफ ने भी कार्रवाई की थी। एसटीएफ को अब भी निरंतर सूचनाएं पहुंच रही हैं कि फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर जनपद में अनेक शिक्षक वर्तमान में भी कार्यरत हैं।
एसटीएफ ने इन सूचनाओं को गंभीरता से लेते हुए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी मथुरा से 130 शिक्षकों की सूची भेजी है। इनके संपूर्ण शैक्षिक एवं अन्य प्रमाणपत्रों का रिकॉर्ड मांगा गया है। बता दें एसटीएफ इससे पहले 11 और फिर 176 शिक्षकों की सूची भेजकर उनका रिकॉर्ड मांग चुकी है। इसमें से जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय द्वारा काफी रिकार्ड एसटीएफ को भेजा गया है। बीएसए राजेश कुमार ने बताया कि एसटीएफ के पत्र के बाद ब्लॉक स्तर से रिकॉर्ड एकत्रित किया जा रहा है। कार्यमुक्त आदेश फाड़ने पर शिक्षक निलंबितचौमुहां ब्लॉक अंतर्गत संविलित विद्यालय बाजना में कार्यरत शिक्षक संजय सिंह को अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय सकरवा गोवर्धन में स्थानांतरण पर कार्यमुक्त किया गया। कार्यमुक्त होने के तीन दिन बाद संजय सिंह ने इंचार्ज संविलित विद्यालय बाजना पर दबाव डालकर पूर्व आदेश को फाड़ दिया और स्वयं ही बाजना में ज्वॉइन करा लिया। रमन कुमार की शिकायत के बाद खंड शिक्षाधिकारी ने जांच की, जिसके बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया है। इस मामले की जांच खंड शिक्षाधिकारी नौहझील और राया को सौंपी गई है।