मैनपुरी : इसी तीस मार्च को निलंबित किए गए शिक्षक की दबंगई कम नहीं हो रही है। निलंबन के बाद स्कूल से रिलीव किए जाने के बाद भी दबंग शिक्षक मनमानी कर रहा है। बेसिक के स्कूल की चाबी खुद रखने वाला यह शिक्षक बाहरी छात्राओं को पढ़ा रहा है। बेसिक विभाग की हर तरकीब फेल हो गई है। अब इस पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए गेंद प्रशासन के पाले में है। गुरुवार को यह शिक्षक स्कूल में बाहरी छात्राओं को पढ़ाकर चाबी साथ ले गया। अब ऐसे कारनामों पर अगले दिनों में इन पर मुकदमा दर्ज हो सकता है।
ब्लाक घिरोर के गांव नाहिली गांव स्थित कंपोजिट विद्यालय का यह शिक्षक राजेश यादव बीते साल उस समय चर्चा में आया था, जब अक्टूबर महीने में इस स्कूल में निरीक्षण को आए बीएसए कमल सिंह के साथ कुछ शिकायतों का निराकरण नहीं होने पर सहायक शिक्षक राजेश कुमार ने खींचतान कर दी थी। बीएसए का चश्मा टूटा तो बटन उखड़ गए। इसके बाद इस शिक्षक ने बच्चों के साथ खुद को स्कूल में बंद कर लिया, जिस पर डीएम और अन्य अधिकारियों ने मौके पर जाकर मामले को सुलझाया। इसके बाद दो शिक्षक यहां से हटाए गए थे।
इस मामले के बाद बीते माह सहायक शिक्षक की मनमानी को लेकर इसी स्कूल के शिक्षक अजीत कुमार, संजीव कुमार, पवन कुमार, सावित्री और प्रीति ने शिकायत की। जांच का काम घिरोर बीईओ मनींद्र कुमार को सौंपा, जिसमें शिक्षकों के आरोप और मौके पर अन्य मामले सामने आने के बाद बीती 30 मार्च को बीएसए कमल सिंह ने सहायक शिक्षक राजेश कुमार को निलंबित कर दिया था।
बाहरी छात्राओं को पढ़ाते
निलंबित किए गए शिक्षक पर आरोप था कि स्कूल समय में बाहरी हाईस्कूल और इंटर की छात्राओं को पढ़ाते हैं। मूल्यांकन का काम भी इनसे कराया। परीक्षा में बाहरी छात्राओं के योगदान लेने की बात सामने आई। अब दो दिन पूर्व निलंबित शिक्षक को इसी ब्लाक के नगला पाल के कंपोजिट स्कूल में संबद्ध किया गया। निलंबित होने के बाद भी राजेश कुमार हरकतों से बाज नहीं आ रहे। स्कूल की चाबी खुद रखते हैं और हाजिरी भी लगाते हैं। इस पर उनको रिलीव कर दिया, लेकिन वह बराबर स्कूल आ रहे हैं। ऐसा कोई अधिकार नहीं, जिससे उनको स्कूल आने से रोका जा सके।
मनींद्र कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी। सहायक अध्यापक राजेश कुमार को शिकायत और मनमानी के चलते निलंबित किया है। वह इसे बाद भी स्कूल आकर माहौल खराब कर रहे हैं। प्रकरण से प्रशासन को अवगत कराया है, शुक्रवार को विधिक कार्रवाई कराई जाएगी।
कमल सिंह, बीएसए।