ललितपुर। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर बीएसए को ज्ञापन सौपा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का अनैतिक शोषण तत्काल रोका जाए नहीं तो आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि सिर्फ बेसिक शिक्षा विभाग में ही वाट्सएप पर उपस्थित दर्ज कराने का फरमान है जो पूर्णतया नियम विरूद्ध है। उन्होंने कहा कि यह फरमान पक्षपात पूर्ण व शिक्षकों के शोषण से परिपूर्ण प्रतीत हो रहा है।अत: शासन व विभाग द्धारा एंड्राएड मोबाइल या टेबलेट और डाटा धनराशि उपलब्ध न होने एवं विभाग द्धारा प्रदेश स्तर पर जारी न होने तक उक्त आदेश वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि एक मई से उपस्थित पंजिका की फोटो ,व्यक्तिगत मोबाइल से नहीं भेजी जाएगी। अन्यथा की स्थित में संगठन शिक्षकों के हितों के रक्षार्थ घरना प्रदर्शन आदि आंदोलनात्मक कार्यवाही करने व मुख्यमंत्री सहित उच्च स्तर पर शिकायत करने को बाध्य होगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष रविकांत ताम्रकार,मंडल अध्यक्ष अरविंद तिवारी,महामंत्री हरभजन सिंह सि सौदिया,संजय तिवारी, बृजेश कुशवाहा,अनिल शर्मा,अविनाश श्रीवास,नंदिता सिंह, पूजा राठौर, तबस्सुम, आकाश ठाकुर, हरभजन सिंह आदि मौजूद रहे।
माध्यमिक शिक्षा को भी शिक्षा के अधिकार के दायरे में लाया जाए ललितपुर। आरटीई फोरम एवं बुंदेलखंड शिक्षा का अधिकार फोरम के तत्वाधान में साईं ज्योति संस्था के तत्वावधान में जिलास्तरीय स्टेकहोल्डर्स की बैठक बृहस्पतिवार को प्रशांति विद्या मंदिर के सभागार में संपन्न हुई। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने बताया कि स्टेकहोल्डर्स मीटिंग का उद्देश्य जनपद में शिक्षा के अधिकार कानून के क्रियान्वयन की स्थिति पर चर्चा एवं बालिकाओ शिक्षा में आ रही समस्याओं पर विचार विमर्श करना था। उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा को भी शिक्षा के अधिकार के दायरे में लाया जाए। समिति के सचिव वासुदेव सिंह, अजय श्रीवास्तव,लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा, ध्रुव साह, गोविंद व्यास, अक्षय अलया, विश्वनाथ शुक्ला, पवन संज्ञा, राहुल जैन,अमित लखेरा,बबली राजा, रघुवीर सिंह, मनोहर लाल पंथ आदि मौजूद रहे।