अयोध्या। परिषदीय स्कूलों में अब शनिवार को बच्चों का दिन मस्ती भरा होगा। इस दिन बच्चे पढ़ाई की जगह खेलकूद, वाद-विवाद, पीटी, योग, नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसी गतिविधियों में भाग लेंगे।
इस दौरान बच्चों के अभिभावकों को भी बुलाया जाएगा, ताकि वह अपने बच्चों की रुचि को परख कर उसके अनुरूप उसके विकास में मदद करें।इसका आयोजन बच्चों की क्रियाशीलता, उनकी अभिरुचि को बढ़ाने के साथ ही स्कूलों के प्रति उनके लगाव को और प्रगाढ़ करने के लिए किया जा रहा है।स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने को लेकर तमाम कवायद की जा रही है। अभियान चलाए जा रहे हैं। उनकी अभिरुचि बढ़ाने के लिए भी तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।
इसी प्रयास के तहत अब शनिवार को प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को बिना स्कूल बैग आने के निर्देश दिए गए हैं। इस दिन पढ़ाई के बजाय बच्चों की क्रियाशीलता, पेंटिंग, अभिरुचि के लिहाज से खेल-कूद आदि के आयोजन किए जाएंगे।बच्चों के साथ ही इस दिन अभिभावकों को भी स्कूल आने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे वे अपने बच्चों की अभिरुचि को परख उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ घर में भी इस तरह के माहौल प्रदान कर सकें जिससे स्कूल के प्रति उनकी सोच बदल सके।इसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय ने जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी व विद्यालयों को निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय ने बताया कि परिषदीय स्कूलों के प्रति बच्चों व अभिभावकों की रुचि बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।इसी के तहत एक नया प्रयोग किया जा रहा है। इसके तहत शनिवार को प्राथमिक स्कूल के बच्चे बिना स्कूल बैग के विद्यालय आएंगे। इस दिन पढ़ाई की जगह वह खेलकूद, वाद-विवाद, पीटी, योग, नाटक व विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां कराई जाएगी।इसके माध्यम से अध्यापक बच्चों की रुचि का भी अध्ययन कर उनको उस दिशा में आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। कहा कि इस दौरान उनके अभिभावकों को भी स्कूल में आमंत्रित किया जाएगा।ताकि वह भी अपने बच्चों की गतिविधियां देख उसके रुचि को परख सके और घर पर भी उसी अनुरूप माहौल तैयार करें। बताया कि इससे बच्चों के साथ अभिभावकों की भी रुचि परिषदीय स्कूलों के प्रति बढ़ेगी।