बलरामपुर, जिले के 24 परिषदीय विद्यालयों के समस्त अध्यापकों का अग्रिम आदेश तक वेतन रोक दिया गया। निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप परिषदीय विद्यालयों में नवीन नामांकन एवं प्रेरणा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन न करने की दशा में यह कार्रवाई की गई है। यह जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. रामचंद्र ने दिया। कहा कि अग्रिम आदेश तक वेतन रोकते हुए नामांकन का निर्धारित लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया है।
खंड शिक्षाधिकारी श्रीदत्तगज सियाराम एवं खंड शिक्षाधिकारी तुलसीपुर रमेश कुमार ने शिक्षा क्षेत्र श्रीदत्तगंज के 19 एवं तुलसीपुर शिक्षा क्षेत्र के पांच स्कूलों के प्रधानाध्यापक सहित समस्त स्टाफ का वेतन रोक दिया है। वेतन रोकने का मुख्य कारण शासन के निर्देशानुसार निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप नवीन नामांकन एवं प्रेरणा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन स्कूलों का ना होना है। इन स्कूलों में कमपोजिट विद्यालय अलीपुर बुजुर्ग, राजकीय इंटर कॉलेज दारीचौरा, कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय श्रीदत्तगंज, कृष्णा लघु माध्यमिक विद्यालय खरदौरी प्राथमिक विद्यालय मनियारिया, प्राथमिक विद्यालय निरंजनपुर, प्राथमिक विद्यालय ठगपुरवा, उच्च प्राथमिक विद्यालय आदमपुर, प्राथमिक विद्यालय दनाकदीहा, कम्पोजिट विद्यालय खम्हरिया घाट प्राथमिक विद्यालय तकतरावा, प्राथमिक विद्यालय खम्हरिया बाघा द्वितीय, प्राथमिक विद्यालय महमूद नगर, उच्च प्राथमिक विद्यालय गोर रमवापुर प्राथमिक विद्यालय बाघाजोत, उच्च प्राथमिक विद्यालय तकतरवा, प्राथमिक विद्यालय गंगाडीह, प्राथमिक विद्यालय इटईमैदा, उच्च प्राथमिक विद्यालय महादेव मौड़ शामिल हैं। इसी क्रम में शिक्षा क्षेत्र तुलसीपुर के प्राथमिक विद्यालय उदयपुर, कमपोजिट विद्यालय भगवानपुर प्राथमिक विद्यालय औड़ाझार कला, प्राथमिक विद्यालय शंकरपुर प्राथमिक विद्यालय सोनपुर शामिल हैं। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी डॉ. रामचंद्र ने कहा कि खंड शिक्षाधिकारी की संस्तुति पर दो शिक्षा क्षेत्रों के 24 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक सहित सभी स्टाफ का अग्रिम आदेश तक वेतन रोक दिया गया है। शिक्षक शिक्षिकाओं को भविष्य में दोबारा गलती न हो इसकी सख्त चेतावनी दी गई है। नवीन नामांकन एवं प्रेरणा पोर्टल निर्धारित लक्ष्य के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया है।
60 शिक्षकों का वेतन बहाल
बलरामपुर जिले के विभिन्न शिक्षा क्षेत्रों में बेसिक शिक्षा से एक साथ 10 मई को स्कूलों के शैक्षिक गुणवत्ता का औचक निरीक्षण कराया गया था। निरीक्षण के दौरान 60 अध्यापक व अध्यापिका बिना सूचना के स्कूलों में अनुपस्थित पाए गए थे। कई विद्यालय बंद भी मिले थे। जिस कारण इन सभी का वेतन रोक दिया गया था। इन सभी से अनुपस्थित रहने व स्कूलों के बंद पाए जाने पर साक्ष्य के साथ स्पष्टीकरण मांगा गया था। खंड शिक्षाधिकारियों के औचक निरीक्षण एवं संस्तुति पर अग्रिम आदेशों तक बेसिक शिक्षाधिकारी ने वेतन रोक दिया था। इन सभी से स्पष्टीकरण लेकर भविष्य में दोबारा ऐसी गलती न करने की चेतावनी देते हुए वेतन बहाल कर दिया गया है।