गोरखपुर : परिषदीय विद्यालयों में दो वर्ष बाद फिर से खेलकूद की नियमित गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं। शैक्षिक सत्र 2022-23 में जुलाई से शुरू होने वाली इन गतिविधियों के लिए विद्यालय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के खेलकूद कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं के आयोजन को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके अंतर्गत चार दिन खेलकूद और शेष दो दिन स्काउट व हर बच्चे को किसी न किसी खेल से जोड़ा जाएगा।नए कैलेंडर के अनुसार प्रतियोगिताएं जुलाई से नवंबर तक कराई जाएंगी। विद्यालय से न्याय पंचायत स्तर तक की खेलकूद प्रतियोगिताएं एक अगस्त तक पूरी होंगी, जबकि विकासखंड स्तर पर सितंबर के पहले सप्ताह तक, जिला स्तर पर अक्टूबर के पहले सप्ताह तक व मंडल स्तर पर प्रतियोगिताएं नवंबर के पहले सप्ताह तक होंगी। इसी माह के अंत तक 30 नवंबर तक राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं पूरी कर ली जाएंगी।
खेलकूद के साथ व्यायाम भी करेंगे बच्चे : सोमवार से गुरुवार तक खेलकूद के साथ बच्चों को व्यायाम भी कराया जाएगा। अंतिम दो दिनों में स्काउट कराया जाएगा। इसका ब्योरा रजिस्टर में रखा जाएगा। प्रधानाध्यापकों को सुनिश्चित करना होगा कि स्कूल का हर बच्चा किसी न किसी खेल से अवश्य जुड़े।
इन खेलों में प्रतिभाग करेंगे बच्चेविभिन्न प्रतियोगिताओं के दौरान जिन प्रमुख खेलों में बच्चे प्रतिभाग करेंगे उनमें एथलेटिक्स, कुश्ती, वालीबाल, खो-खो, टेबिल टेनिस, जिमनास्टिक, व्यायाम एवं विशेष प्रदर्शन, योगा, जूडो, बास्केटबाल, तैराकी, फुटबाल, क्रिकेट, कबड्डी, हाकी, हैंडबाल तथा बैडमिंटन शामिल हैं।
खेलकूद सामग्री के लिए धन अवमुक्तशासन स्तर से खेल सामग्री खरीदने के लिए प्रति प्राथमिक विद्यालय पांच हजार व उच्च प्राथमिक विद्यालय को दस हजार रुपये की धनराशि प्रेषित कर दी गई है। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बीएसए को निर्देशित किया है कि यह न हो कि स्कूल स्तर पर जीती हुई टीम ही राज्य स्तर तक जीतकर पहुंचे। हर स्तर पर ट्रायल का आयोजन कर अच्छे खिलाड़ियों की टीम बनाई जाए। अलग-अलग ब्लाकों व जिलों के बच्चों की टीम ही आगे जाएगी।
’>>जुलाई से परिषदीय स्कूलों में शुरू होंगी खेलकूद की नियमित गतिविधियां
’>>बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी किया नया कैलेंडर
स्कूलों में जुलाई से खेलकूद की नियमित गतिविधियां शुरू हो रहीं हैं। इसको लेकर बेसिक शिक्षा निदेशक ने नई समय सारिणी जारी कर दी है। जिला व्यायाम शिक्षक व स्कूलों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है।
रमेंद्र कुमार सिंह, बीएसए