शिक्षकों में टूटने लगी स्थानांतरण की उम्मीद,15 जून के बाद मानसून में नहीं होते समान्य स्थानांतरण
झाँसी बेसिक शिक्षा विभाग में लगातार 6 वर्ष से स्थानान्तरण नीति घोषित नहीं की गयी है। इस वर्ष भी मॉनसून आने के पहले तक स्थानान्तरण नीति घोषित होने की उम्मीद नहीं है। इससे शिक्षकों में दूसरे जनपदों में स्वानान्तरण की उम्मीद टूटती जा रही है। शासन व बेसिक शिक्षा अलावा परिषद प्रत्येक वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश में स्थानान्तरण नीति नर्धारण घोषित करता है। इसी नीति के अन्तर्जनपदीय -नई स्थानान्तरण का प्रदेश, मण्डल तथा जनपद स्तर पर स्थानान्तरण होते हैं। वर्ष 2016 से शासन ने स्थानान्तरण नीति घोषित नहीं की। ग्रीष्मकालीन अवकाश में शिक्षकों की उम्मीद रही कि इस बार शासन द्वारा अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण नीति घोषित कर दी जाएंगी॥अब मानसून आने में केवल एक सप्ताह शेष हैं लेकिन शासन से स्थानांतरण नीति लागू नहीं की गई है।शासन स्तर पर 15 जून से मॉनसून सत्र मान लिया जाता है और प्रशासनिक आधार के स्थानान्तरण के अलावा अन्य कोई तबादला नहीं होते हैं। इस तरह इस वर्ष फिर स्थानान्तरण शून्य होने की उम्मीद है।
ग्रामीण क्षेत्र से वसिष्ठ शिक्ष को नगर क्षेत्र में समायोजित किया जाता है। इसके लिए शासन से नीति तय की जाती है। वर्ष 2011 के बाद नगर क्षेत्र में स्थानान्तरण की नीति नहीं आयी है।
जनपद के अन्दर बेसिक स्कूल में आपस में स्थानान्तरण तथा प्रशासन स्तर पर फेरबदल के लिए पारस्परिक स्थानान्तरण व समायोजन की नीति भी स्थानान्तरण नीति के साथ घोषित की जाती है इस बार पारस्परिक स्थानान्तरण व समायोजन को लेकर भी कोई निर्देश नहीं है। कई शिक्षक- शिक्षिकाएं पारिवारिक आधार पर स्थानान्तरण की आस लगाए हुए हैं।