ग्रेटर नोएडा। बिसरख क्षेत्र में स्थित कंपोजिट (प्राथमिक और उच्च प्राथमिक एकीकृत) विद्यालय विश्नौली में नियुक्त प्रधानाध्यापिका एक वर्ष से अधिक समय से स्कूल नहीं आई हैं। स्कूल में खंड शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच कर रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी है। बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रधानाध्यापिका को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
बिसरख ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बेसिक शिक्षा कार्यालय को दी अपनी रिपोर्ट में बताया कि अप्रैल 2021 में नियुक्त प्रधानाध्यापिका मंजूलता सिंह स्कूल नहीं आई हैं। इससे पहले वह एक वर्ष के लिए निलंबित होकर विश्नौली में उन्हें ज्वाइन करने का चार्ज मिला था। इससे स्कूल में बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। शिक्षा विभाग ने इस लापरवाही पर उन्हें नोटिस जारी किया है। कुछ दिन पहले ही बेसिक शिक्षा विभाग गौतमबुद्ध् नगर ने वर्षों से गायब 10 शिक्षिकाओं को नोटिस जारी किया था। प्रधानाध्यापिका मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी एश्वेय लक्ष्मी ने बताया कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर नोटिस जारी कर प्रधानाध्यापिका से जवाब मांगा गया है।
एक वर्ष के लिए किया गया था निलंबन16 मार्च 2020 को बहलोलपुर कंपोजिट विद्यालय के कमरा नंबर-3 का दरवाजा एक महिला सहायक अध्यापिका पारुल कुशवाहा पर गिर गया था। आरोप था कि स्कूल के दरवाजे, खिड़कियां और अन्य मरम्मत कार्य नहीं कराया गया। वहीं, सहायक अध्यापिका के घायल होने की खबर भी छिपाई गई। इसके अलावा स्कूल में एक चौकीदार अपने परिवार के साथ रहता था। तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त मुदगल ने जांच कर रिपोर्ट दी थी। उस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी ने एक वर्ष तक के लिए बिना के वेतन के प्रधानाध्यापिका को निलंबित किया था। अप्रैल 2021 में निलंबन समाप्त कर कंपोजिट विद्यालय विश्नौली में नियुक्ति दी गई थी। इसके बाद भी प्रधानाध्यापिका एक वर्ष तक नहीं आई। जिसके आधार पर संज्ञान लिया गया है।