प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य, असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की ऑनलाइन स्थानांतरण नीति के तहत उच्च शिक्षा निदेशालय ने 82 शिक्षकों के तबादले कर दिए। निदेशालय ने तबादले के लिए शिक्षकों से बृहस्पतिवार को ऑनलाइन आवेदन मांगे और आधी रात को तबादले की लिस्ट भी जारी कर दी।
ऑनलाइन आवेदन के लिए शिक्षकों को काफी कम समय मिला। यही वजह रही कि तबादले के लिए कुल 367 शिक्षकों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए और इनमें से केवल 172 शिक्षक ऑनलाइन फॉर्म भरकर आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर सके। 195 शिक्षक कराने के बावजूद आवेदन की प्रक्रिया पूरी नहीं कर सके। जिन 172 शिक्षकों ने आवेदन की प्रक्रिया पूरी की, उनमें से 113 शिक्षकों के आवेदनों को संबंधित महाविद्यालयों के प्राचार्यों ने अनुमोदित कर आगे बढ़ाया।
21 शिक्षकों के आवेदन उनके प्राचार्यों ने निरस्त कर दिए, जबकि 38 शिक्षकों के आवेदन प्राचार्यों के पास लंबित पड़े हैं। यानी ये शिक्षक तबादले की अर्हता पूरी नहीं कर रहे थे। वहीं, उच्च शिक्षा निदेशालय ने चार शिक्षकों के आवेदन अपने स्तर से निरस्त कर दिए। इन शिक्षकों ने ऑफलाइन माध्यम से अपना स्थानांतरण कराया था और ऑनलाइन माध्यम से भी तबादले के लिए आवेदन कर दिए, जबकि एक सत्र में दो बार तबादला नहीं हो सकता। इसी आधार पर निदेशालय ने इनके आवेदन निरस्त किए।
निदेशालय ने कुल 82 शिक्षकों के तबादले किए। तबादले मेरिट के आधार पर हुए। सहायक निदेशक डॉ. बीएल शर्मा के अनुसार ऑनलाइन तबादले में कुछ लोगों को प्राथमिकता भी दी गई। मसलन, पति-पत्नी दोनों राजकीय सेवा में हैं, तो 10 अतिरिक्त अंक दिए गए। आवेदनकर्ता महिला है या आवेदन करने वाले की आयु के आधार पर भी अभ्यर्थी को प्राथमिकता दी गई। इसके साथ ही उन्हें वरीयता दी गई, जो बीमार हैं या उनके घर में कोई गंभीर बीमारी से जूझ रहा है।