बेसिक के स्कूलों को गोद लेने में रुचि नहीं ले रहे जनप्रतिनिधि

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लखीमपुर खीरी। शासन ने राजपत्रित अधिकारियों, सांसद, विधायक, अध्यक्ष जिला पंचायत, ब्लॉक प्रमुख, प्रधान आदि से एक-एक विद्यालय को गोद लेकर उनका कायाकल्प कराने की अपील की थी। बावजूद इसके अब तक सिर्फ एक सांसद और एक विधायक ने ही विद्यालय गोद लेने की हिम्मत दिखाई है।जनपद में कुल 3106 परिषदीय विद्यालय हैं। उनमें सिर्फ 92 विद्यालयों को ही गोद लिया गया है। इसमें 90 विद्यालयों को जिला, तहसील व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने गोद लिया है, जबकि दो विद्यालयों को एक सांसद व एक विधायक ने गोद लिया है।
खीरी सांसद/ केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने निघासन ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय मोतीपुर को गोद लिया है। वहीं पलिया विधायक रोमी साहनी ने पलिया ब्लॉक क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय निंबुआबोझ को गोद लिया है। इसके अलावा एक अन्य सांसद, सात विधायक, एक एमएलसी, एक राज्यसभा सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष, 15 ब्लॉक प्रमुख, 1165 ग्राम प्रधान आदि जनप्रतिनिधियों ने विद्यालय को गोद लेकर उन्हें संवारने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इससे शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है और जवाबदेही बेेसिक शिक्षा विभाग की तय हो रही है, जबकि इन विद्यालयों में ग्रामीण व गरीब परिवारों के बच्चे अध्ययनरत हैं। (संवाद)डीएम-सीडीओ समेत अधिकांश अधिकारियों ने गोद लिए विद्यालयजनप्रतिनिधियों ने भले ही परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प कराने में रुचि नहीं दिखाई, लेकिन डीएम-सीडीओ समेत जिला स्तरीय अधिकारियों ने विद्यालय गोद लिए हैं। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने नगर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय सदर, सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने सदर ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय रमुआपुर सत्ती को गोद लिया है।सीएमओ शैलेंद्र भटनागर ने प्राथमिक विद्यालय सुनहा, सीवीओ अजीत सिंह ने प्राथमिक विद्यालय गड़रूआ-1, डीपीओ एसके श्रीवास्तव ने प्राथमिक विद्यालय दिया त्रिलोक, डायट प्राचार्य ओपी गुप्ता ने कंपोजिट विद्यालय राजापुर, बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने कंपोजिट विद्यालय महाराजनगर एवं प्राथमिक विद्यालय राजापुर को गोद लिया है। ऐसे ही सभी एसडीएम, बीडीओ, बीईओ ने एक-एक विद्यालय गोद लिया है।अब तक सभी राजपत्रित अधिकारियों ने विद्यालयों को गोद लिया है। वहीं जनप्रतिनिधियों में एक सांसद व एक विधायक ने अपने क्षेत्र के एक-एक विद्यालय को गोद लिया हैै।- डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय, बीएसए