हर 5 साल में शिक्षकों की भी परीक्षा होनी चाहिए. एक बार सरकारी नौकरी लग जाने पर ज़्यादातर हिस्सों में स्थिति भगवान भरोसे हो जाती है.कई जगहों पर तो सरकारी शिक्षक नौकरी लगने के बाद गाँव में अपने नाम से किसी और को पढ़ाने के लिए लगा देते हैं और पैसा खुद लेते हैं. जाँच हो तो पता चले.