बदायूं। शहर में राजकीय इंटर कॉलेज को काफी जगह है, जिसमें कुछ हिस्से में कॉलेज बना है, तो कहीं कुछ हिस्से में आवास बने हुए हैं। कुछ लोगों ने कब्जा करने की नीयत से वहां पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया। जब इसकी जानकारी कॉलेज प्रशासन को हुई, तो उन्होंने निर्माण कार्य को रुकवा दिया। मौके पर मिले लोगों से निर्माण कार्य कराने वाले के बारे में जानकारी मांगी गई, तो वह नहीं दे सके। इसकी राजकीय इंटर कॉलेज रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी गई है।
प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त कराने के निर्देश सभी जिलों के अधिकारियों को दिए गए हैं। जिले में काफी हद तक सरकारी जमीन कब्जा मुक्त कराई भी गई है, लेकिन यहां तो बीच शहर में ही राजकीय इंटर कॉलेज की जमीन पर कब्जा होने लगा। दरअसल, कॉलेज की कुछ खाली जमीन वन विभाग रोड पर टीचर्स कॉलोनी के पीछे है। कुछ दिन पहले इस जगह पर निर्माण कराने के लिहाज से नींव की खोदाई कराना शुरू कर दी गई। निर्माण के लिए सामग्री भी मंगा ली गई।
इसी बीच कॉलोनी के लोगों ने जीआईसी के प्रधानाचार्य से इस मामले में शिकायत की तो उन्होंने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया।
प्रधानाचार्य ने पाया कि कुछ लोग कॉलेज की जमीन पर निर्माण के लिहाज से खोदाई का काम रहे थे। जब उन श्रमिकों से जानकारी ली कि वे किसके कहने पर यह काम कर रहे हैं. तो वे केवल ठेकेदार का नाम ही बता सके। ऐसे में प्रधानाचार्य ने उन श्रमिकों से वहां से हटा दिया और ठेकेदार को कॉलेज में भेजने को कहा पर कोई ठेकेदार कॉलेज नहीं पहुंचा ।
कुछ लोग कॉलेज को जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे। इसके लिए नींव खोदाई का काम कराया जा रहा था। मौके पर जाकर काम कर रहे लोगों से जानकारी ली तो से कोई ठोस जानकारी नहीं दे सके। ऐसे में काम बंद करा दिया. गया है, क्योंकि वह जमीन कॉलेज की है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। सीपी सिंह, प्रधानाचार्य