डीआईओएस के हस्तक्षेप के बाद हुआ छात्रा का नामांकन

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डीआईओएस ने कॉलेज के प्रधानाचार्य को पत्र लिख कर छात्रा को कृषि विषय न दिए जाने पर मांगा था शासनादेश 

हाथरस। एक तरफ तो सरकार बेटियों की पढ़ाई और सुरक्षा के लिए तरह-तरह अभियान चला रही है. वहीं सासनी के एक कॉलेज के प्रधानाचार्य एक छात्रा की पढ़ाई में रोड़ा बन रहे हैं। उसका कृषि में नामांकन यह कह कर नहीं लिया गया कि उनके यहां कृषि में छात्राएं नहीं पढ़ाई जाती हैं। जिस पर डीआईओएस ने प्रधानाचार्य की पत्र लिखकर इस संबंध में शासनादेश मांगा है। जिसके बाद कॉलेज के प्रधानाचार्य बैकफुट पर आ गए और अब छात्रा का नामांकन कृषि में ले लिया है।

सासनी के गांव बरसे निवासी किसान हरवीर सिंह की बेटी कामना कुशवाहा 10वीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई कृषि विषय से करना चाहत है। इसलिए उसने सासनी स्थित केएल जैन इंटर कॉलेज को 11वीं में एडमिशन के लिए चुना जुलाई के महीने में जब वह केएल जैन इंटर कॉलेज में प्रवेश लेने पहुंची तो उसे प्रवेश नहीं दिया गया। जिस पर उसके पिता इस मामले को लेकर जिलाधिकारी और फिर डीआईओएस के पास पहुंचे 19 जुलाई को डीआईओएस ने छात्रा को कॉलेज में प्रवेश के लिए भेजा तो के प्रार्थना पत्र पर तो अभिभावक के प्रार्थना प्रधानाचार्य ने यह लिखकर दे दिया कि उनके यहां कृषि में छात्राएं नहीं पढ़ाई जाती, इसलिए लिए एडमिशन नहीं किया जा सकता है

इससे नाराज डीआईओएस ने छह अगस्त को केएल जैन इंटर छह को केएल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य को एक पत्र जारी किया, जिसमें डीआईओएस ने कहा कि छात्रा का प्रवेश कृषि विषय कक्षा 11 में किस नियम शासनादेश के द्वारा नहीं किया जा

सकता है। इस संबंध में शासनादेश उपलब्ध कराएं। साथ ही डीआईओएस ने कहा कि अगर छात्रा प्रवेश से वंचित रहती है तो इसके लिए संबंधित कॉलेज के प्रधानाचार्य की पूरी जिम्मेदारी होगी। प्रधानाचार्य को जब इस बात की भनक लगी कि उनके द्वारा किए जा रहे इस कार्य से डीआईओएस ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पत्र जारी किया है तो उन्होंने छात्रा का आनन-फानन में कृषि विषय में नामांकन ले लिया।