यूपी के परिषदीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के संचालन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद के आदेश पर आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान (ईएलटीआई) की टीम ने पिछले दिनों आन्ध्र प्रदेश का दौरा किया। आन्ध्र प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों को तीन साल पहले अंग्रेजी माध्यम में तब्दील कर दिया गया है।
ईएलटीआई के प्राचार्य डॉ. स्कंद शुक्ल, प्रवक्ता कुलदीप पांडेय ने विजयवाड़ा और कृष्णा जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के साथ एक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय और वहां के राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) का अध्ययन किया। वहां कई रोचक तथ्य सामने आए। वहां बच्चों को तेलगु और अंग्रेजी में किताबें दी गई है। स्कूलों में बेहतर आधारभूत सुविधाएं देने के लिए नाडू- नेडू कार्यक्रम संचालित है। अधिकतर स्कूल कक्षा एक से पांच और छह से 10 तक संचालित हैं। हर दो महीने पर बच्चे का फार्मेटिव और छह महीने में समेटिव असेसमेंट होता है। स्कूलों में हर साल शिक्षकों की संख्या बच्चों की संख्या से तय होती है। कक्षा छह से दस के बच्चों को पढ़ाने के लिए विषयवार शिक्षकों का चयन होता है। ट्रांसफर और पोस्टिंग पूरी तरह से ऑनलाइन है।