बरेली। पाकिस्तान की नागरिकता छुपाकर शिक्षक की नौकरी पाने वालीं मां-बेटी के ऊपर गाज गिर गई है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर हुई जांच के बाद रामपुर में तैनात मां को बर्खास्त कर दिया गया है। बरेली में तैनात बेटी को निलंबित कर बर्खास्तगी की तैयारी चल रही है। पूरे प्रकरण में कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी एक्शन हो सकता है।
रामपुर के आतिशबाजान की फरजाना उर्फ माहिरा अख्तर ने जून 1979 को पाकिस्तान निवासी सिबगत अली से निकाह किया था। निकाह के बाद माहिरा पाकिस्तान चली गई। उन्हें पाकिस्तान की नागरिकता भी मिल गई। दो साल बाद तलाक हो गया। इसके बाद माहिरा ने पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारत का वीजा प्राप्त किया और अपनी दोनों बेटियों शुमाएला खान उर्फ फुरकाना व आलिमा के साथ रामपुर आकर रहने लगीं। उधर, माहिरा की बेटी शुमाएला खान उर्फ फुरकाना को वर्ष 2015 में शिक्षिका की नौकरी मिली थी।