● मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत बनवाए गए हैं इंटर कॉलेज
● स्कूलों में फर्नीचर के लिए 2.15 करोड़ रुपये का बजट जारी
दो साल बाद स्कूल में शुरू हो सकेगी पढ़ाई
प्रयागराज। इन 43 स्कूलों की घोषणा तीन-चार साल पहले की गई थी। कक्षा 6 से 12 तक के प्रत्येक स्कूल के निर्माण के लिए 2.77 करोड़ रुपये को मंजूरी मिली थी। लेकिन बजट आवंटन में देरी समेत अन्य कारणों से पठन-पाठन समय से शुरू नहीं हो सका। समग्र शिक्षा अभियान के विनय कुमार ने बताया कि प्रयागराज के देवघाट कोरांव में राजकीय इंटर कॉलेज की घोषणा 2018 में हुई थी। यहां पढ़ाई-लिखाई 2020-21 सत्र से शुरू होनी थी। लेकिन अब 2023-24 से स्कूल खुलने की उम्मीद है।
प्रयागराज प्रमुख संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के तहत प्रदेश के 30 जिलों में 43 इंटर कॉलेजों के भवन बनकर तैयार हैं। कार्यदायी संस्थाओं ने इन्हें माध्यमिक शिक्षा विभाग के सुपुर्द कर दिया है। पूरी उम्मीद है कि 2023-24 सत्र से ये स्कूल गुलजार हो जाएंगे यानि पठन-पाठन शुरू हो जाएगा। स्कूलों में फर्नीचर और उपकरण वगैरह लगाने के लिए 2.15 करोड़ रुपये जारी हो गए हैं।
शिक्षा निदेशालय में वित्त नियंत्रक (माध्यमिक) बीआर प्रसाद ने आठ सितंबर को प्रत्येक स्कूल के लिए पांच-पांच लाख रुपये का बजट जारी किया है। जिला विद्यालय निरीक्षकों के वित्त एवं लेखाधिकारियों को खरीद के संबंध में गाइडलाइन भी भेजी है।
बदायूं में सर्वाधिक चार, उन्नाव में तीन स्कूल तैयार प्रयागराज। 43 विद्यालयों में बदायूं में सर्वाधिक चार और उन्नाव में तीन स्कूल बने हैं। संभल, लखीमपुर, कुशीनगर, जौनपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, देवरिया और गोंडा में दो-दो विद्यालयों का निर्माण हुआ है। इसके अलावा मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, आगरा, बरेली, कानपुर देहात, ललितपुर, प्रयागराज, अयोध्या, महाराजगंज, सहारनपुर, अमेठी, शामली, फिरोजाबाद, बुलंदशहर, बलिया, संतकबीरनगर, बहराइच, कासगंज व हरदोई में एक-एक स्कूल बने हैं