सोनभद्र। जिले के 2061 परिषदीय स्कूलों के करीब 1.65 लाख बच्चों के अभिभावकों के खाते में यूनिफॉर्म-जूता मोजा के लिए जुलाई में धनराशि भेजी गई थी। इस धनराशि का उपयोग ठीक ढंग से हुआ या नहीं अब इसका सत्यापन होगा। इसके लिए शिक्षक यूनिफॉर्म के साथ बच्चों की फोटो प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करेंगे।
जिले में 1407 प्राथमिक, 257 उच्च प्राथमिक और 397 कंपोजिट सहित कुल 2061 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें करीब 2.70 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। शासन की ओर से पंजीकृत बच्चों को स्कूल ड्रेस, जूता-मोजा, बैग के लिए डीबीटी के माध्यम से अभिभावकों के खाते में धनराशि भेजी जाती है। पिछली बार प्रति छात्र 11 सौ रुपये दिए गए थे, लेकिन कई स्थानों पर यह बातें सामने आई कि कई अभिभावकों ने डीबीटी का पैसा अपने अन्य कार्यों में लगा दिया। इससे सबक लेते हुए इस बार विभाग ने डीबीटी की धनराशि का सत्यापन करने का निर्णय लिया है।
जुलाई में पहले चरण के तहत करीब 1.65 लाख बच्चों के अभिभावकों के खाते में यूनिफॉर्म, जूता, मोजा, स्कूल बैग के साथ ही सौ रुपये स्टेशनरी के लिए कुल 12 सौ की धनराशि भेजी गई है। करीब एक लाख बच्चों को अभी भी डीबीटी का इंतजार है। जिन्हें योजना का लाभ मिला है, शिक्षक उन छात्र-छात्राओं की यूनिफॉर्म पहने फोटो प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करेंगे। जिन अभिभावकों ने बच्चों के लिए यूनिफॉर्म सहित अन्य सामग्री नहीं खरीदा है, उन्हें प्रेरित किया जाएगा।