उत्तर प्रदेश के 16 पीसीएस अफसर जल्द ही आइएएस संवर्ग में प्रमोट हो सकते हैं। पीसीएस अधिकारियों की आइएएस संवर्ग में प्रोन्नति के लिए शुक्रवार को लोक भवन में चयन समिति की बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार चयन समिति की बैठक में की गईं संस्तुतियों के आधार पर पीसीएस के 2000 व 2002 बैच के छह-छह तथा 2004 बैच के चार अधिकारी आइएएस संवर्ग में प्रोन्नत हो सकते हैं।
चयन समिति की बैठक में ये हुए शामिल
केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने चयन वर्ष 2021 में पीसीएस से आइएएस संवर्ग में प्रमोशन के लिए 23 रिक्तियां अधिसूचित की हैं। इन रिक्तियों के सापेक्ष प्रमोशन के लिए संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) राज शुक्ला की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई जिसमें मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक डा.देवेश चतुर्वेदी और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार तिवारी शामिल हुए। केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन भूमि संसाधन विभाग के संयुक्त सचिव सोनमोनी बोरा और आयुष मंत्रालय के संयुक्त सचिव डी.सेंथिल पांडियन बैठक में मौजूद थे।
चार अफसरों के लिफाफे अभी बंद
पीसीएस के जिन बैच के अधिकारियों को पदोन्नति मिलनी है, उनसे सीनियर बैच के चार अधिकारियों के विरुद्ध अभियोजन की कार्यवाही प्रचलित होने के कारण उनके लिफाफे बंद हैं। इसके अलावा पीसीएस के 2000 बैच के दो और 2002 बैच की एक अधिकारी के विरुद्ध भी विभागीय कार्यवाही प्रचलित है। इन परिस्थितियों में 16 पीसीएस अधिकारियों को प्रोन्नति मिल सकती है।
इन पीसीएस अफसरों को मिल सकती प्रोन्नति
जिन पीसीएस अधिकारियों को आइएएस संवर्ग में प्रोन्नति मिल सकती है उनमें वर्ष 2000 बैच के आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, कामता प्रसाद सिंह, राम सहाय यादव, अतुल सिंह, राम सिंह वर्मा व मंजूलता, 2002 बैच की अलका वर्मा, सन्तोष कुमार, सुनील कुमार सिंह, चित्रलेखा सिंह, सतीश पाल व मदन सिंह गब्र्याल तथा 2004 बैच के विपिन कुमार मिश्रा, रेखा एस.चौहान, अनिल कुमार सिंह-प्रथम और रीना सिंह शामिल हैं।