लखनऊ, यूपी के मेडिकल कॉलेजों में भी आने वाले दिनों में हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो सकती है। मध्य प्रदेश ने भले ही इसे लागू कर दिया हो मगर उत्तर प्रदेश में भी चिकित्सा शिक्षा विभाग बीते कई महीनों से इस विषय पर माथापच्ची में जुटा है। हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के लिए किताबों को लेकर भी विचार चल रहा है।
एक ओर नई किताबें तैयार कराने को जिम्मेदारी देने की बात है तो दूसरी ओर फिलहाल मध्य प्रदेश में प्रयोग की जाने वाली किताबों को ही उपयोग में लाने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि कुछ विषयों पर यहां हिंदी में किताबें लिखी भी जा चुकी हैं। विभाग उनकी गुणवत्ता का परीक्षण भी कराएगा। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में दिलचस्पी दिखाई थी। उसी के बाद से चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इस दिशा में कदम बढ़ाने शुरू कर दिए थे। इस दिशा में कई पहलुओं का अध्ययन कराया जा रहा है। ये भी ध्यान में रखा जा रहा है कि पढ़ाई का स्तर भी प्रभावित न हो